NEET-UG पेपर लीक: महाराष्ट्र के लातूर से भी जुड़े तार, एटीएस ने दो शिक्षकों को उठाया

नई दिल्‍ली। NEET यानी नेशनल एलिजिबिलिटी-कम-एंट्रेंस टेस्ट यूजी पेपर लीक मामले में नित्‍य नए खुलासे होने का सिलसिला जारी है। अब इसके तारों का कनेक्‍शन महाराष्ट्र भी पहुंच गया है। एटीएस ने शनिवार रात लातूर से दो शिक्षकों को उठा लिया है। हिरासत में लिए गए इन लोगों में से एक लातूर के जिला परिषद स्कूल में शिक्षक है और दूसरा सोलापुर में। हिरासत में लिए गए दोनों आरोपी लातूर में एक निजी कोचिंग सेंटर भी चलाते हैं। शिक्षकों के नाम संजय तुकाराम जाधव और जलील उमरखान पठान बताए जा रहे हैं।

इधर सरकार ने पेपर लीक मामले को सुलझाने के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं। उधर पेपर लीक के मामले यह कार्रवाई हुई है। केंद्र ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) के महानिदेशक सुबोध सिंह को पद से हटा दिया है और मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट-यूजी में अनियमितताओं की जांच सीबीआई को सौंप दी है। शिक्षा मंत्रालय ने एजेंसी के कामकाज की समीक्षा करने और परीक्षा सुधारों की सिफारिश करने के लिए पूर्व इसरो प्रमुख के राधाकृष्णन की अध्यक्षता में सात सदस्यीय पैनल का गठन भी किया।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा, परीक्षा सुधारों पर एक पैनल गठित किया गया है, अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई है और मामला सीबीआई को सौंप दिया गया है। प्रवेश परीक्षाओं में कथित अनियमितताओं के मुद्दे पर देश के विभिन्न हिस्सों में मुकदमेबाजी और विरोध प्रदर्शनों के बीच कई फैसलों के बाद उन्होंने कहा, “छात्रों के हितों की किसी भी कीमत पर रक्षा की जाएगी।

विपक्ष ने सरकार पर निशाना साधा और कांग्रेस ने आरोप लगाया कि मोदी सरकार के तहत शिक्षा प्रणाली बर्बाद हो गई है। अधिकारियों के अनुसार, एनटीए के महानिदेशक सुबोध कुमार सिंह को अगले आदेश तक कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) में अनिवार्य प्रतीक्षा पर रखा गया है। भारत व्यापार संवर्धन संगठन (आईटीपीओ) के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक प्रदीप सिंह खरोला को नियमित पदाधिकारी की नियुक्ति तक एनटीए का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।