अमेरिका: बाल्टीमोर पुल पर दुर्घटना में महीनों से फंसे 8 भारतीय सदस्य भारत रवाना

बाल्टीमोर। बाल्टीमोर के महत्वपूर्ण पुल से टकराने वाले मालवाहक जहाज ‘डाली’ पर सवार 20 भारतीय और एक श्रीलंकाई चालक दल के सदस्यों में से 8 भारतीय चालक दल के सदस्‍य शुक्रवार को भारत के लिए रवाना हो गए। ये दुर्घटना मार्च के अंत में हुई थी। 984 फीट लंबे इस जहाज पर लगभग तीन महीने तक रहने के बाद इस जहाज के नॉरफ़ॉक, वर्जीनिया के लिए रवाना होने की संभावना है। चालक दल के बाकी सदस्यों को बाल्टीमोर के एक सर्विस अपार्टमेंट में ले जाया गया है, वे जांच पूरी होने तक वहीं रहेंगे।

बता दें, 26 मार्च की सुबह जहाज बाल्टीमोर में पैटाप्सको नदी पर बने 2.6 किलोमीटर लंबे चार लेन वाले फ्रांसिस स्कॉट की ब्रिज से टकरा गया। 984 फीट लंबा यह मालवाहक जहाज कोलंबो, श्रीलंका जा रहा था। टक्कर के समय पुल पर गड्ढों की मरम्मत कर रहे निर्माण दल के छह लोगों की इस दुखद दुर्घटना में मौत हो गई। चालक दल में 20 भारतीय और एक श्रीलंकाई सदस्य शामिल थे। न्यायाधीश द्वारा स्वीकृत सौदे के अनुसार एक रसोइया, एक फिटर और नाविक सहित आठ भारतीय चालक दल के सदस्यों की विदाई हुई। इनमें से कोई भी अधिकारी नहीं है। बाकी 13 लोग मुख्य रूप से लंबित जांच के कारण अमेरिका में ही रहेंगे। इसके अलावा, एमवी डाली की मरम्मत नॉरफ़ॉक में की जाएगी।

यह जहाज ग्रेस ओशन प्राइवेट लिमिटेड के स्वामित्व में है और बाल्टीमोर से कोलंबो जा रहा था तथा इसकी क्षमता 10,000 टीईयू है, तथा जहाज पर कुल 4,679 टीईयू क्षमता है। जहाज का डेडवेट 116,851 डीडब्ल्यूटी है। इस दुर्घटना के संबंध में चालक दल के किसी भी सदस्य पर आरोप नहीं लगाया गया है। एफबीआई और अन्य संघीय एजेंसियां ​​जांच कर रही हैं। बाल्टीमोर इंटरनेशनल सीफेयरर्स सेंटर के निदेशक और बाल्टीमोर बंदरगाह के पादरी रेव. जोशुआ मेसिक ने सीएनएन को बताया, “वे चिंतित हैं, काफी तनाव में हैं क्योंकि उन्हें भविष्य का पता नहीं है। उन्हें नहीं पता कि वे अपने परिवार से कब मिल पाएंगे या उनके साथ यहां कैसा व्यवहार किया जाएगा।