जैन संत पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले विदिशा के आरोपित को छत्तीसगढ़ पुलिस ने किया गिरफ्तार
विदिशा । विदिशा में भारतवर्ष दिगंबर जैन महासभा के राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष गजेंद्र जैन के प्रति आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले अनुभव लड्ढा को छत्तीसगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। यह घटना उस समय सामने आई जब गजेंद्र जैन को एक अज्ञात व्यक्ति ने फोन पर आचार्यश्री विद्यासागर महाराज के बारे में अपशब्द कहे थे। इसके बाद पुलिस ने मामले की गंभीरता को समझते हुए जांच शुरू की और इस जघन्य अपराध को अंजाम देने वाले व्यक्ति को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की।
मामला करीब एक सप्ताह पहले का है जब गजेंद्र जैन को एक फोन कॉल प्राप्त हुआ जिसमें उनके और आचार्यश्री विद्यासागर महाराज के प्रति अभद्र और आपत्तिजनक टिप्पणियां की गई थीं। इस घृणास्पद कार्य को लेकर गजेंद्र जैन ने इसकी शिकायत संबंधित अधिकारियों से की जिससे पुलिस कार्रवाई शुरू हुई। जांच में यह खुलासा हुआ कि फोन कॉल करने वाले व्यक्ति का फोन नंबर विदिशा के किरी मोहल्ला निवासी अनुभव लड्ढा का था।
गिरफ्तारी का विवरण
मामले की गंभीरता को देखते हुए छत्तीसगढ़ पुलिस के अधीक्षक शशि मोहन के मार्गदर्शन में पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई की। पुलिस टीम ने विदिशा में जाकर अनुभव लड्ढा की गिरफ्तारी की। इस कार्य में विदिशा पुलिस और छत्तीसगढ़ के कुनकुरी थाना पुलिस का सहयोग अहम था। गिरफ्तारी के बाद आरोपित को उचित कानूनी कार्रवाई के लिए संबंधित न्यायिक अधिकारी के समक्ष पेश किया गया।
सामाजिक प्रतिक्रिया और सांप्रदायिक सौहार्द
इस मामले ने न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि समूचे जैन समाज में गहरी प्रतिक्रिया पैदा की है। सकल जैन समाज के अध्यक्ष बसंत जैन ने पुलिस की कार्रवाई की सराहना करते हुए विदिशा पुलिस और छत्तीसगढ़ पुलिस के प्रति कृतज्ञता व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि इस तरह की आपत्तिजनक टिप्पणियों का जैन समाज पर गहरा असर पड़ता है और इस प्रकार के मामलों में कड़ी कार्रवाई से समाज में सुरक्षा और सम्मान की भावना बनी रहती है।
इसी बीच जैन समाज के विभिन्न संगठनों ने एकजुट होकर इस मामले को गंभीरता से लिया और पुलिस प्रशासन से न्याय की उम्मीद जताई। उनका मानना है कि इस तरह के कृत्य समाज में सांप्रदायिक सौहार्द और भाईचारे को नुकसान पहुंचाते हैं। इस तरह की घटनाओं से न केवल समाज के किसी एक वर्ग को अपमानित किया जाता है बल्कि इससे पूरे समाज में अशांति का माहौल बनता है।
कानूनी पहलू
भारतवर्ष दिगंबर जैन महासभा और अन्य सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने इस मामले में कानूनी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने आरोपित के खिलाफ कड़ी से कड़ी सजा देने की बात कही है ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो। छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा की गई त्वरित कार्रवाई ने यह साबित कर दिया है कि समाज में शांति बनाए रखने के लिए पुलिस अपनी जिम्मेदारी को गंभीरता से निभा रही है।
अगले चरण में पुलिस मामले की गहनता से जांच करेगी और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि आरोपित को उचित सजा मिले। साथ ही यह घटना एक चेतावनी के रूप में सामने आई है कि किसी भी धार्मिक समुदाय के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल समाज में असंतोष पैदा कर सकता है और इसका परिणाम कानूनी कार्रवाई के रूप में भुगतना पड़ता है।
इस घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि समाज में हर धर्म और पंथ का सम्मान होना चाहिए और किसी भी समुदाय के धार्मिक गुरुओं के खिलाफ असम्मानजनक टिप्पणी करने का परिणाम गंभीर हो सकता है। पुलिस की त्वरित कार्रवाई और समाज के विभिन्न वर्गों द्वारा एकजुटता से इसे सही दिशा में निपटाया गया जिससे यह संदेश गया कि देश में धार्मिक सौहार्द और भाईचारे को बनाए रखने के लिए हर किसी को जिम्मेदारी से काम करना चाहिए।
