66 के मुन्नालाल बने दूल्हा 57 साल की प्रीति बनी दुल्हन, हल्दी-मेहंदी के बाद झूमकर निकली बारात
उत्तर प्रदेश, आगरा के कैलाश वृ्द्धाआश्रम में गुरुवार को नजारा बिल्कुल बदला बदला था। यहां 66 साल के मु्न्नालाल ने 57 साल की प्रीति से कुछ इस तरह से शादी रचाई कि हर कोई वाह वाह करता रह गया।
66 के मुन्नालाल ने 57 साल की प्रीति से रचाई शादी, हल्दी-मेहंदी के बाद झूमकर निकली बारात
आगरा के वृद्धाश्रम में अकेलेपन का दर्द सहने वाले 66 वर्षीय मुन्नालाल और 57 वर्षीय प्रीतिलता ने गुरुवार को एक-दूसरे का हाथ थामकर जीवनभर साथ निभाने का वचन दिया। इस विवाह के साथ ही मुन्नालाल की 90 वर्षीय मां की बहू लाने की वर्षों पुरानी हसरत भी पूरी हो गई। इससे उनकी आंखों में खुशी के आंसू छलक पड़े। वरमाला के बाद पंडित देवेंद्र शास्त्री ने विधि विधान से विवाह कराया।
विवाह के मौके पर आगरा के कैलाश स्थित रामलाल वृद्धाश्रम का माहौल बदला बदला दिखाई दिया। एक तरफ मंगल गीत, दूसरी तरफ नये-नये परिधानों में सजे बुजुर्ग, घोड़े पर सवार दूल्हा राजा, ढोल की थाप पर नाचते-गाते बुजुर्गों के चेहरे पर गजब की खुशी दिख रही थी। ये वो बुजुर्ग थे जो अमूमन जीवन की संध्या पर न चाहते हुए भी दुखी हो ही जाते हैं। लेकिन, गुरुवार को सबके चेहरे की खुशी दिखाई दे रही थी। यह खुशी हर शख्स को भावुक भी कर रही थी।
हल्दी-मेहंदी से बरात तक, बुजुर्गों ने जमकर मनाई शादी की खुशियां
विवाह की शुरुआत बुधवार को हल्दी और मेहंदी की रस्मों से हुई, जहां वृद्धाश्रम के सभी बुजुर्गों ने उत्साह से भाग लिया। गुरुवार को बाकायदा बरात निकाली गई, जिसमें 300 से अधिक बुजुर्ग माता-पिता बराती बने और जमकर नाचे-गाए। अध्यक्ष शिवकुमार शर्मा ने दुल्हन प्रीतिलता के पिता की भूमिका निभाई। मुन्नालाल के मात-पिता की भूमिका आश्रम में निवास कर रहे बुजुर्ग माता-पिता ने निभाई जिससे माहौल और भी भावुक हो गया। जब पिता के रूप में कन्यादान किया तो उपस्थित सभी जन अपनी अश्रु धारा नहीं रोक पाए।
वृद्धावस्था में अकेलेपन का नहीं अब रहेगा डर
आगरा विकास मंच के अध्यक्ष राजकुमार जैन और संयोजक सुनील कुमार जैन ने कहा कि बुजुर्गों के लिए अकेले जीवन बिताना बेहद कठिन हो जाता है। इस विवाह ने समाज को यह संदेश दिया कि हर उम्र में विवाह एक नया सहारा और संबल दे सकता है। उन्होंने विधवाओं और अकेले बुजुर्गों के पुनर्विवाह को बढ़ावा देने के लिए अभियान चलाने की बात भी कही। इस अवसर पर महामंत्री सुशील जैन, नंदकिशोर, विनय शर्मा, डॉ. श्वेतांग प्रकाश, डॉ. शिवांग प्रकाश सहित शहर के प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों ने उपस्थित होकर शुभकामनाएं और बधाई दी।
छह महीने पहले हुई थी पहली मुलाकात
मुन्नालाल और प्रीतिलता की मुलाकात छह महीने पहले वृद्धाश्रम में हुई थी। धीरे-धीरे दोनों के बीच दोस्ती हुई और एक-दूसरे का सहारा बनने का फैसला लिया। मुन्नालाल ने आश्रम के संचालक शिव प्रसाद शर्मा को पत्र लिखकर शादी की इच्छा जताई। प्रीतिलता के पति का देहांत हो चुका है और उनके बच्चे उन्हें वृद्धाश्रम में छोड़ गए। वहीं, मुन्नालाल भी अपनी 90 वर्षीय मां के साथ आश्रम में रहते हैं, क्योंकि उनके परिवार ने उन्हें घर से निकाल दिया था।
मां का आशीर्वाद, बुजुर्गों की खुशी
मुन्नालाल की 90 वर्षीय मां ने भी इस रिश्ते को आशीर्वाद दिया है। जिससे बुजुर्गों में उत्साह है। महिलाएं शादी की तैयारियों में जुटी हैं और माहौल किसी परिवार के बड़े आयोजन जैसा लग रहा है।
