सैम पित्रोदा के बयान पर पीएम मोदी ने कहा, शहजादे को जवाब देना पड़ेगा

– कांग्रेस के लोग मैग्नीफाइंग ग्लास लेकर अपनी सीटें खोज रहे हैं

– ऐसे में क्या देश की कमान गलत हाथों में दी जा सकती है?

वारंगल। देश में लोकसभा चुनाव को लेकर धुआंधार प्रचार का दौर जारी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुधवार को तेलंगाना में हैं। उन्होंने करीमनगर के बाद वारंगल में जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा के भारतीयों की चीनी-अफ्रीकियों से तुलना करने को लेकर पीएम ने राहुल गांधी पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा आज मैं बहुत गुस्से में हूं। चमड़ी के रंग के आधार पर देशवासियों को गाली दे रहे हैं। चमड़ी को लेकर देश अपमान सहन नहीं करेगा। शहजादे को इसका जवाब देना होगा।

बता दें, सैम पित्रोदा ने भारत की विविधता पर बात करते हुए कहा था कि भारत में पूर्व के लोग चीनी जैसे लगते हैं तो दक्षिण में लोग अफ्रीकी लगते हैं। वहीं पश्चिम में लोग अरबी लगते हैं और उत्तर भारतीय गोरे होते हैं। हाल ही में सैम पित्रोदा ने विरासत टैक्स को लेकर टिप्पणी की थी, पित्रोदा के उस बयान पर भी खूब विवाद हुआ था।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, कांग्रेस के लोग मैग्नीफाइंग ग्लास लेकर अपनी सीटें खोज रहे हैं। चौथे चरण में कांग्रेस का सामान्य मैग्नीफाइंग ग्लास से काम नहीं चलेगा। कांग्रेस को अपनी सीटें खोजने के लिए माइक्रोस्कोप की आवश्यकता पड़ेगी। जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘आजकल आप देख रहे हैं कि दुनिया में हर तरफ अस्थिरता है, अशांति है, संकट है। ऐसे में क्या देश की कमान गलत हाथों में दी जा सकती है? इसलिए देश कह रहा है फिर एक बार मोदी सरकार।

उन्होंने कहा, कांग्रेस झूठ की कितनी बड़ी मास्टर है तेलंगाना से बेहतर कौन जानेगा। कांग्रेस ने अपनी सबसे बड़ी नेता के जन्मदिन से पहले किसानों का कर्ज माफ करने का वादा किया था। इन्होंने झूठ बोला या नहीं? अब ये लोग 15 अगस्त तक अपने वादे टाल रहे हैं ताकि लोकसभा का चुनाव खत्म हो जाए फिर वे अपने हाथ ऊपर कर दें। क्या ये आपसे धोखा नहीं है? ये लोग सनातन को गाली देने वाले लोग हैं। पीएम मोदी ने कहा, बीआरएस की सच्चाई भी एससी, एसटी, ओबीसी समाज को धोखा देने की है। बीआरएस ने 2014 में आपसे वादा किया था कि वो सरकार में आई तो दलित मुख्यमंत्री बनाएगी। बीआरएस ने दलित बंधु योजना के नाम पर भी आपका भरोसा तोड़ा, यही बीआरएस है जिसने तुष्टीकरण की राजनीति को आगे बढ़ाते हुए मुस्लिम आईटी पार्क बनाने की बात कही थी।