सुप्रीम कोर्ट में दो नए जजों की नियुक्ति, चीफ जस्टिस चंद्रचूड़ ने दिलायी शपथ
नई दिल्ली । जम्मू कश्मीर हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश एन. कोटिश्वर सिंह ने बृहस्पतिवार को सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश पद की शपथ ली और वह मणिपुर से सर्वोच्च न्यायालय में पदोन्नत होने वाले पहले न्यायाधीश बन गए हैं। मद्रास हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश आर. महादेवन ने भी सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के तौर पर शपथ ली।
भारत के चीफ जस्टिस (सीजेआई) डी वाई चंद्रचूड़ ने यहां सुप्रीम कोर्ट परिसर में हुए एक समारोह में दोनों न्यायाधीशों को पद की शपथ दिलायी। इसके साथ ही अब सुप्रीम कोर्ट में सीजेआई समेत न्यायाधीशों की संख्या 34 हो गयी है जो कि पूर्ण है।
सेवानिवृत्त होने तक 34 न्यायाधीश काम करेंगे
सुप्रीम कोर्ट में एक सितंबर 2024 को न्यायमूर्ति हिमा कोहली के सेवानिवृत्त होने तक 34 न्यायाधीश काम करेंगे। इसके बाद सीजेआई चंद्रचूड़ इस साल 10 नवंबर को सेवानिवृत्त होंगे। न्यायमूर्ति ए एस बोपन्ना और न्यायमूर्ति अनिरुद्ध बोस के सेवानिवृत्त होने के बाद दो पद रिक्त हो गए हैं। केंद्र ने 16 जुलाई को सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम की सिफारिश को स्वीकृति दे दी थी।
सीजेआई की अध्यक्षता वाली पांच सदस्यीय कॉलेजियम ने 11 जुलाई को केंद्र से दोनों न्यायाधीशों को सुप्रीम कोर्ट में पदोन्नत करने की सिफारिश की थी।
नियुक्ति से पूर्वोत्तर को प्रतिनिधित्व का मिलेगा लाभ
सुप्रीम कोर्ट कॉलेजियम ने 11 जुलाई को इन दोनों नामों की सिफारिश करते हुए कहा था, ‘‘सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश के रूप में उनकी नियुक्ति से पूर्वोत्तर को प्रतिनिधित्व मिलेगा और विशेष रूप से वह मणिपुर राज्य से शीर्ष अदालत के न्यायाधीश नियुक्त होने वाले पहले न्यायाधीश होंगे।’’
न्यायमूर्ति सिंह को अक्टूबर 2011 में गौहाटी हाईकोर्ट का न्यायाधीश नियुक्त किया गया था। मणिपुर हाईकोर्ट के गठन के बाद उन्हें वहां स्थानांतरित कर दिया गया।
फरवरी 2023 में उन्हें जम्मू कश्मीर और लद्दाख हाईकोर्ट का मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया और वह 65 वर्ष की आयु प्राप्त करने पर फरवरी 2028 में सेवानिवृत्त होंगे।
न्यायमूर्ति महादेवन की सुप्रीम कोर्ट में पदोन्नति
न्यायमूर्ति महादेवन की सुप्रीम कोर्ट में पदोन्नति के लिए सिफारिश करते समय, कॉलेजियम ने कहा था कि न्यायमूर्ति महादेवन तमिलनाडु राज्य के एक पिछड़े समुदाय से हैं और उनकी नियुक्ति से शीर्ष अदालत की पीठ में विविधता आएगी।
उसने कहा था, ‘‘कॉलेजियम ने इस तथ्य पर उचित संज्ञान लिया है कि न्यायमूर्ति महादेवन मद्रास हाईकोर्ट के वर्तमान न्यायाधीशों की सूची में तीसरे स्थान पर हैं, जिनमें वे न्यायाधीश भी शामिल हैं जिन्हें मद्रास हाईकोर्ट के बाहर मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किया गया है।’’
इसमें कहा गया है, ‘‘इस स्तर पर कॉलेजियम ने पिछड़े समुदाय को प्रतिनिधित्व देने के लिए न्यायमूर्ति महादेवन की उम्मीदवारी को प्राथमिकता दी है।’’
न्यायमूर्ति महादेवन का जन्म 10 जून 1963 को हुआ था और वह जून 2028 में सेवानिवृत्त होंगे।