राहुल गांधी का दावा, ईडी कर सकती है छापेमारी, क्‍योंकि चक्रव्यूह वाला भाषण पसंद नहीं आया

नई दिल्‍ली. कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने बड़ा दावा करते हुए कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) उनके घर पर रेड कर सकती है. राहुल ने ट्वीट कर कहा कि ईडी के सूत्रों से पता चला है कि मेरे यहां छापेमारी करने की प्लानिंग की जा रही है. ऐसा लगता है कि इन्हें मेरा चक्रव्यूह वाला भाषण पसंद नहीं आया है. मैं ईडी का स्वागत करने के लिए तैयार हूं, वो भी चाय-बिस्किट के साथ. बता दें, मानसून सत्र के छठे दिन 29 जुलाई को बजट पर चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने बीजेपी और मोदी सरकार पर जबरदस्त हमला बोला था. उन्होंने कहा था कि बीजेपी के चक्रव्यूह में देश फंस गया है. देश में डर का माहौल है. देश में युवा, किसान सब डरे हुए हैं. हिंसा और नफरत हिंदुस्तान का स्वभाव नहीं है. चक्रव्यूह में डर और हिंसा होता है.

राहुल ने कहा कि 21वीं सदी में एक नया चक्रव्यूह तैयार हुआ है. यह चक्रव्यूह कमल के शेप में है. इस चक्रव्यूह में छह लोग शामिल हैं. इसमें नरेंद्र मोदी, अमित शाह, मोहन भागवत, अजित डोभाल, मुकेश अंबानी और गौतम अडानी शामिल हैं. चक्रव्यूह बनाने वालों को गलतफहमी है. उन्हें लगता है कि देश के युवा और पिछड़े लोग अभिमन्यु हैं. लेकिन वे अभिमन्यु नहीं हैं, अर्जुन हैं, जो आपका चक्रव्यूह तोड़कर फेंक देंगे.
राहुल ने कहा था कि दो लोगों को देश की पूरी संपत्ति का मालिक बना दिया गया है. अर्थव्यवस्था बेहाल है लेकिन मित्र मालामाल हैं. पीएम मोदी ने हिंदुस्तान के मिडिल क्लास को धोखा दिया है. सेना के जवानों को मोदी सरकार ने अग्निवीर के चक्रव्यूह में फंसा दिया है. बजट में अग्निवीरों की पेंशन के लिए एक रुपया नहीं है. आप खुद को देशभक्त कहते हैं लेकिन जब अग्निवीरों की मदद और जवानों को पैसा देने की बात आती है, तो बजट में आपको एक रुपया नहीं दिखता.

राहुल ने कहा कि नरेंद्र मोदी के अमृतकाल में आम भारतीयों की ‘खाली जेब’ भी काटी जा रही है. मित्र उद्योगपतियों के 16 लाख करोड़ माफ कर देने वाली सरकार ने मिनिमम बैलेंस तक मेंटेन न कर पा रहे गरीब भारतवासियों से 8500 करोड़ रुपए वसूल लिए हैं. जुर्माना तंत्र मोदी के चक्रव्यूह का वो द्वार है जिसके जरिए आम भारतीय की कमर तोड़ने की कोशिश हो रही है. पर याद रहे भारत की जनता अभिमन्यु नहीं, अर्जुन है, वो चक्रव्यूह तोड़ कर आपके हर अत्याचार का जवाब देना जानती है.

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