अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ने वायनाड में भूस्खलन से मौतों पर जताया दुख
वॉशिंगटन. केरल के वायनाड में हुए भूस्खलन पर गुरुवार को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने गहरी संवेदना व्यक्त की. उन्होंने जटिल बचाव अभियान को अंजाम देने सबसे पहले पहुंचे सेवा सदस्यों और कर्मियों की बहादुरी की सराहना भी की. केरल के वायनाड जिले में मंगलवार को हुए भूस्खलन में 190 लोगों की मौत हो गई और 200 से अधिक लोग घायल हो गए. मलबा हटाए जाने के बाद यह संख्या और बढ़ने की आशंका है.
राष्ट्रपति बाइडेन ने एक कहा कि जिल (अमेरिका की प्रथम महिला) और मैं भारत के केरल राज्य में हुए विनाशकारी भूस्खलन से प्रभावित सभी लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं. हमारी प्रार्थनाएं इस दुखद घटना के पीड़ितों के साथ हैं और हम उन परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है. उन्होंने कहा कि हम जटिल बचाव अभियान में सहायता करने वाले भारतीय सेवा सदस्यों और प्रथम प्रतिक्रियाकर्ताओं की बहादुरी की सराहना करते हैं. हम इस कठिन समय में भारत के लोगों के साथ हैं.
राजस्व मंत्री के. राजन के मुताबिक, जिले के 9,328 लोगों को 91 राहत शिविरों में स्थानांतरित किया गया है. उन्होंने बताया कि इनमें से चूरलमाला और मेप्पाडी में भूस्खलन के कारण विस्थापित हुए 578 परिवारों के 2,328 लोगों को नौ राहत शिविरों में पहुंचाया गया है.
मुख्यमंत्री पिनराई विजयन, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा समेत कई नेताओं ने विस्थापित लोगों से मुलाकात की और उनके साथ एकजुटता व्यक्त की. विजयन ने यहां सर्वदलीय बैठक के बाद कहा कि पहली प्राथमिकता वायनाड त्रासदी के पीड़ितों को बचाना है. विजयन ने कहा कि लापता व्यक्तियों के शवों को बरामद करने के लिए आपदा प्रभावित क्षेत्र और नदी में खोज जारी रहेगी.