पीएम मोदी ने मोहम्मद यूनुस को दी बधाई, बांग्लादेश में हिंदुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील

ढाका । बांग्लादेश (Bangladesh)में कई दिनों की अशांति और राजनीतिक उथल-पुथल(Unrest and political turmoil) के बाद अंतरिम सरकार का गठन (Formation of interim government)हो गया है. नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस(Muhammad Yunus) ने गुरुवार को देश में अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शपथ ग्रहण के बाद मुहम्मद यूनुस को बधाई दी है और बांग्लादेश में हिंदुओं सहित सभी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की।

पीएम मोदी ने दी बधाई

पीएम मोदी ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, ‘प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस को उनकी नई जिम्मेदारियां संभालने पर मेरी शुभकामनाएं. हम हिंदुओं और अन्य सभी अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए सामान्य स्थिति में जल्द से जल्द वापसी की उम्मीद करते हैं. भारत शांति, सुरक्षा और विकास के लिए दोनों देशों के लोगों की साझा आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए बांग्लादेश के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।

राहुल गांधी ने भी किया ट्वीट

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी मुहम्मद यूनुस को बधाई दी और कहा कि देश में शांति की शीघ्र बहाली समय की मांग है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक फोटो पोस्ट करते हुए राहुल ने कहा, ‘बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख के रूप में शपथ लेने पर प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस को बधाई.’ उन्होंने लिखा, ‘शांति और सामान्य स्थिति की त्वरित बहाली समय की मांग है।

इस्तीफा देकर शेख हसीना ने छोड़ा देश

बता दें कि पड़ोसी देश में हिंसक विरोध प्रदर्शनों के बाद शेख हसीना ने पीएम पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ दिया था. इस घटनाक्रम के तीन दिन बाद कार्यवाहक सरकार के प्रमुख के रूप में यूनुस ने शपथ ग्रहण की है. बांग्लादेश की अंतरिम सरकार को देश में नए सिरे से चुनाव कराने का काम सौंपा गया है।

84 साल के अर्थशास्त्री यूनुस को छात्र प्रदर्शनकारियों से अंतरिम सरकार के मुखिया के रूप में समर्थन मिला है. वह गुरुवार को पेरिस से ढाका लौटे हैं. यूनुस ने एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए कहा, ‘हमारे छात्र हमें जो भी रास्ता दिखाएंगे, हम उसी के साथ आगे बढ़ेंगे।

बांग्लादेश के नए प्रमुख बने मोहम्मद यूनुस ऐसे 32वें शख्स बने हैं, जो नोबेल पुरस्कार जीत चुके हैं और अब राष्ट्र प्रमुख की जिम्मेदारी निभाएंगे. इससे पहले पूरी दुनिया में 31 लोग और हैं, जिन्हें नोबेल पुरस्कार भी मिला है और उन्होंने राष्ट्र प्रमुख की भूमिका भी निभाई है।

कौन हैं मोहम्मद यूनुस?

गरीबों के बैंकर के रूप में पहचाने जाने वाले यूनुस और उनके द्वारा स्थापित ग्रामीण बैंक को 2006 का नोबेल शांति पुरस्कार मिला चुका है. उन्होंने गांव में रहने वाले गरीबों को 100 डॉलर से कम के छोटे-छोटे कर्ज दिलाकर लाखों लोगों को गरीबी से बाहर निकालने में मदद की थी. इन गरीबों को बड़े बैंकों से कोई मदद नहीं मिल पाती थी. उनके कर्ज देने के इस मॉडल ने दुनिया भर में ऐसी कई योजनाओं को प्रेरित किया. इसमें अमेरिका जैसे विकसित देश भी शामिल हैं।

अमेरिका में यूनुस ने एक अलग गैर-लाभकारी संस्था ग्रामीण अमेरिका की भी शुरुआत की. 84 वर्षीय यूनुस जैसे-जैसे सफल होते गए उनका झुकाव राजनीति में करियर बनाने की ओर बढ़ता चला गया. उन्होंने 2007 में अपनी खुद की पार्टी भी बनाने की कोशिश की. लेकिन जब उनकी इस महत्वाकांक्षा ने बड़ा रूप लेना शुरू किया तब शेख हसीना नाराज हो गईं. हसीना ने यूनुस पर पर ‘गरीबों का खून चूसने’ का आरोप भी लगाया।