गाजा में एक स्कूल पर इजरायली ने किया हवाई हमला, 60 से अधिक लोगों की गई जान
नई दिल्ली । गाजा शहर में शनिवार को एक स्कूल पर इजरायली हवाई हमले में 60 से अधिक लोगों की जान चली गई। इस हमले में 47 अन्य लोग घायल हो गए। मृतकों में महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग शामिल हैं। इस स्कूल को युद्ध के दौरान शरणस्थली में बदल दिया गया था । गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय की एंबुलेंस और आपातकालीन सेवाओं ने जानकारी दी कि हमला गाजा के केंद्रीय हिस्से में स्थित तबीन स्कूल पर हुआ। इस स्कूल में कई लोग सुरक्षित स्थान की तलाश में रुके हुए थे।
इजरायली सेना ने इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए दावा किया है कि स्कूल में हमास का एक कमांड सेंटर था, जिसे निशाना बनाकर हमला किया गया। हालांकि, सेना ने इस दावे के समर्थन में कोई सबूत प्रस्तुत नहीं किया है। इस हमले के बाद गाजा में शोक और आक्रोश का माहौल है। मानवाधिकार संगठनों और अंतरराष्ट्रीय समुदाय ने इस घटना की कड़ी निंदा की है और इसे मानवता के खिलाफ अपराध करार दिया है। गाजा में लगातार हो रही हिंसा और हवाई हमलों से लोगों का जीवन अत्यधिक प्रभावित हो रहा है।
उधर, फिलीस्तीनी अधिकारियों ने कहा कि इजरायल ने गाजा की दक्षिणी सीमा पर रफाह में मई से अभियान चला रखा है। दक्षिणी गाजा के खान यूनिस में मंगलवार को भी एक घर पर हुए हमले में एक व्यक्ति व उसकी पत्नी और दो बच्चों समेत पांच लोगों की जान चली गई। इसके बाद खान यूनिस में ही एक कार पर हुए हमले में 17 फलस्तीनियों की मौत हो गई और 26 अन्य घायल हुए हैं। यह खान यूनिस के बाहर सेना द्वारा घोषित ”सुरक्षित क्षेत्र” में स्थित है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि इसी क्रम में अट्टार स्ट्रीट में एक टेंट में आश्रय लिए शरणार्थियों पर हवाई हमले किए गए। सेंट्रल गाजा के ऐतिहासिक नुसरत कैंप पर एक हवाई हमले में चार फलस्तीनियों की जान चली गई।