बांग्लादेश में भारतीय वीजा केंद्र ने फिर से शुरू किया काम, सिर्फ सीमित सुविधाएं बहाल
ढाका । बांग्लादेश में हिंसक झड़पों तथा प्रधानमंत्री शेख हसीना को पद से हटाए जाने के कुछ दिनों बाद यहां भारतीय वीजा आवेदन केंद्र ने मंगलवार को “सीमित परिचालन” फिर से शुरू कर दिया। विवादास्पद नौकरी कोटा प्रणाली को लेकर अवामी लीग के नेतृत्व वाली सरकार के खिलाफ व्यापक विरोध के बाद 76 वर्षीय हसीना ने पिछले सप्ताह इस्तीफा दे दिया था और भारत भाग गयी थीं। एक प्रेस विज्ञप्ति में, भारतीय वीजा आवेदन केंद्र (IVAC) ने अपने ढाका केंद्र में सीमित परिचालन फिर शुरू करने की घोषणा की। प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है, “IVAC (JFP) ढाका ने सीमित परिचालन फिर से शुरू कर दिया है।
पासपोर्ट के संग्रह के संबंध में व्यक्तिगत आवेदकों को संदेश भेजे जाएंगे।” इसमें आवेदकों से अनुरोध किया गया है कि वे अपना पासपोर्ट लेने के लिए केवल एक टेक्स्ट संदेश प्राप्त करने के बाद ही केंद्र पर आएं। इसमें कहा गया है, “सीमित संचालन के कारण, प्रक्रिया में अधिक समय लग सकता है। हम आपसे इसे समझने की अपेक्षा करते हैं।” समय टीवी न्यूज चैनल की खबर के मुताबिक, पिछले सप्ताह आईवीएसी ने हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग सरकार के पतन के बाद अस्थिर हालात के कारण देश में सभी वीजा केंद्रों को अगली सूचना तक बंद करने की घोषणा की थी।
ढाका ट्रिब्यून अखबार के अनुसार, मंगलवार से राष्ट्रीय आपातकालीन हॉटलाइन सेवा बहाल कर दी गई है। सोमवार से पुलिस अधिकारी विभिन्न थानों में लौट आए तथा यातायात पुलिसकर्मी भी काम पर लौट आए। ‘बीडीन्यूज24′ नाम के एक समाचार पोर्टल ने अपनी खबर में कहा कि प्राथमिक एवं जन शिक्षा मंत्रालय ने भी प्राथमिक विद्यालयों को एक महीने बंद रहने के बाद कक्षाएं फिर से शुरू करने का निर्देश दिया है। पांच अगस्त को हसीना सरकार के पतन के बाद देश भर में भड़की हिंसक घटनाओं में बांग्लादेश में 230 से अधिक लोग मारे गए, जिससे जुलाई के मध्य में आरक्षण विरोधी प्रदर्शनों के शुरू होने के बाद से मरने वालों की संख्या 560 हो गई।