सीएम के चेहरे पर उद्धव सेना को माननी पड़ गई बात, कांग्रेस और एनसीपी के आगे टेके घुटने

मुंबई। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की निकटता को देखेत हुए राजनीति में उथल पुथल मची है। उद्धव ठाकरे महीने से लगातार यह कह रहे थे कि विधानसभा चुनाव से पहले हमें महाविकास अघाड़ी का मुख्यमंत्री का चेहरा तय कर लेना चाहिए। यह बात वह जोर देकर कह रहे थे और उनका यहां तक कहना था कि सीएम फेस इस आधार पर तय नहीं होना चाहिए कि गठबंधन के किस दल को सबसे ज्यादा सीटें मिली हैं। उनका साफ इशारा था कि उद्धव सेना का सीएम पद पर दावा है और पहले ही उसके नेता को चेहरा बना दिया जाए। हालांकि शरद पवार और कांग्रेस की ओर से उनके इस रुख को तवज्जो नहीं दी गई। शरद पवार जैसे वरिष्ठ नेता ने भी कहा कि हम बिना चेहरे के ही उतरेंगे और पहला टारगेट एनडीए को सत्ता से बाहर करना है।

अब कांग्रेस और शरद पवार के आगे उद्धव सेना भी झुकती दिख रही है। पार्टी नेता संजय राउत ने गुरुवार को कहा कि महाराष्ट्र के आगामी विधानसभा चुनाव के लिए महाविकास अघाड़ी (एमवीए) के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर बातचीत बाद में भी हो सकती है। इसलिए क्योंकि पहला लक्ष्य राज्य में ‘भ्रष्ट’ महायुति सरकार को हटाना है। उनकी टिप्पणी शरद पवार के उस बयान के एक दिन बाद आई है, जिसमें उन्होंने कहा था कि एमवीए को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित करने की कोई आवश्यकता नहीं है। चुनाव परिणामों के बाद संख्या बल के आधार पर इसका निर्णय लिया जा सकता है।

राउत ने कहा, पवार साहब 100 प्रतिशत सही बोल रहे हैं। यह (महायुति) तीन दलों की सरकार है, लेकिन महाराष्ट्र में एमवीए को बहुमत मिल रहा है। हमारा पहला काम वर्तमान सरकार को हटाना है। हम बाद में किसी भी समय मुख्यमंत्री पद के बारे में बात कर सकते हैं।’ उनकी टिप्पणी से संकेत मिलता है कि उनकी पार्टी ने इस बात पर अपना रुख नरम कर लिया है कि राज्य में अगली सरकार कौन संभालेगा। पिछले महीने, शिव सेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सहयोगी दलों – कांग्रेस और राकांपा (शरद पवार) से मुख्यमंत्री पद का चेहरा तय करने के लिए कहा था और इस शीर्ष पद के उम्मीदवार के लिए अपना समर्थन देने की बात कही थी।

शिव सेना नेता आदित्य ठाकरे ने बुधवार को कहा था कि मुख्यमंत्री पद को लेकर एमवीए सहयोगियों के बीच कोई खींचतान नहीं है। वह मध्य महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर में एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे। इससे पहले कोल्हापुर में पत्रकारों से बातचीत में पवार ने कहा था कि मुख्यमंत्री कौन होगा, इसका फैसला चुनाव परिणाम आने के बाद किया जा सकता है। उन्होंने कहा था कि एमवीए के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार का फैसला इस आधार पर किया जाएगा कि कौन सी पार्टी सबसे अधिक विधानसभा सीटें जीतती है। महाराष्ट्र में नवंबर में विधानसभा चुनाव होने की संभावना है।

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