चैंपियंस ट्रॉफी के लिए अगर भारत पाकिस्तान नहीं आता है तो…; मोइन खान ने दी वॉर्निंग

कराची । पाकिस्तान (Pakistan)में अगले साल होने वाली चैंपियंस ट्रॉफी 2025(champions trophy 2025) की तैयारियां जोरों-शोरों पर चल रही है, मगर अभी तक यह तय नहीं हो पाया है कि टीम इंडिया (Team India)इस टूर्नामेंट के लिए पाकिस्तान(Pakistan) जाएगी या नहीं। राजनेतिक मसलों की वजह से दोनों देशों के बीच काफी तनाव है, इसका असर क्रिकेट पर भी देखने को मिलता है। 2012 से भारत और पाकिस्तान के बीच कोई द्वीपक्षीय सीरीज नहीं खेली गई है, वहीं भारत ने आखिरी बार पाकिस्तान का दौरा 2008 में किया था। 2023 में जब पाकिस्तान को एशिया कप की मेजबानी मिली थी तब भी भारत ने पड़ोसी मुल्क जाने से इनकार कर दिया था जिसकी वजह से यह टूर्नामेंट हाईब्रिड मॉडल के आधार पर खेला गया था। ऐसे में अब चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का भी आयोजन इसी तरह हो सकता है। हालांकि पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेट भारत को पाकिस्तान आकर खेलने पर जोर दे रहे हैं।

पूर्व कप्तान मोइन खान ने भारत को दी वॉर्निंग

हाल ही में पाकिस्तान के पूर्व कप्तान मोइन खान ने भारत को चैंपियंस ट्रॉफी के लिए पाकिस्तान ना आने पर वॉर्निंग दी है। उनका कहना है कि अगर भारत चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के लिए पाकिस्तान नहीं आता है तो पाकिस्तान को भी भारत में होने वाले टूर्नामेंट में हिस्सा लेने पर विचार करना चाहिए। बता दें, पाकिस्तान पिछले साल हुए वर्ल्ड कप 2023 के लिए भारत आया था।

आयोजन में भाग लेने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करें

मोइन खान ने क्रिकेट पाकिस्तान से कहा, “भारत को आईसीसी के साथ अपनी प्रतिबद्धताओं का सम्मान करना चाहिए और अगर वे नहीं आते हैं, तो पाकिस्तान को भारत में आयोजित होने वाले किसी भी भविष्य के आयोजन में भाग लेने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करना चाहिए।”हालांकि इसके अलावा मोइन खान ने सचिन तेंदुलकर और सौरव गांगुली जैसे दिग्गज खिलाड़ियों से बीसीसीआई को समझाने की भी गुजारिश की।

राजनीति को क्रिकेट से दूर रखें

उन्होंने कहा, “सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, कपिल देव, राहुल द्रविड़ जैसे पूर्व भारतीय क्रिकेटरों को अपने क्रिकेट बोर्ड से कहना चाहिए कि वे राजनीति को क्रिकेट से दूर रखें। क्रिकेट को राजनीतिक मुद्दों से बाधित नहीं किया जाना चाहिए। प्रशंसक भारत और पाकिस्तान को खेलते देखना पसंद करेंगे। इससे न केवल पाकिस्तान को फायदा होगा, बल्कि समग्र क्रिकेट को भी फायदा होगा।”