सचिन तेंदुलकर को पछाड़ कर आर अश्विन ने किया कमाल, इस मामले में बने नंबर-1 खिलाड़ी

चेन्‍नई । चेन्नई टेस्ट में भारत की जीत के हीरो रहे आर अश्विन ने अपने उम्दा प्रदर्शन से कई रिकॉर्ड तोड़े। बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट में शतक जड़ने के साथ उन्होंने 6 विकेट भी चटकाए। उन्हें इस ऑलराउंड प्रदर्शन के लिए प्लेयर ऑफ द मैच के अवॉर्ड से नवाजा गया। अश्विन इसी के साथ टेस्ट क्रिकेट में भारत के लिए सबसे ज्यादा प्लेयर ऑफ द मैच और प्लेयर ऑफ द सीरीज का अवॉर्ड जीतने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। इस मामले में उन्होंने और किसी को नहीं बल्कि ‘क्रिकेट के भगवान’ कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर को पछाड़ा है।

अब कुल 20 बार ये कारनामा कर आर अश्विन ने पछाड़ा

सचिन तेंदुलकर ने अपने टेस्ट करियर में 19 बार प्लेयर ऑफ द मैच और सीरीज का अवॉर्ड जीता था। 200 टेस्ट के लंबे करियर में सचिन 14 बार प्लेयर ऑफ द मैच बने थे, वहीं 5 बार उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज के अवॉर्ड से नवाजा गया था। अब कुल 20 बार ये कारनामा कर आर अश्विन ने उन्हें इस लिस्ट में पछाड़ दिया है। अश्विन अभी तक 101 टेस्ट मैचों में 10 बार प्लेयर ऑफ द मैच और 10 बार प्लेयर ऑफ द सीरीज बन चुके हैं।

भारत के प्लेयर ऑफ द मैच और सीरीज का अवॉर्ड जीतने वाले खिलाड़ी-

20 – रविचंद्रन अश्विन

19 – सचिन तेंदुलकर

15 – राहुल द्रविड़

14 – अनिल कुंबले

13 – वीरेंद्र सहवाग

13 – विराट कोहली

वहीं सबसे ज्यादा प्लेयर ऑफ द मैच और सीरीज जीतने का वर्ल्ड रिकॉर्ड साउथ अफ्रीका के पूर्व हरफनमौला जैक कैलिस के नाम है। उन्हें कुल 32 बार टेस्ट क्रिकेट में यह अवॉर्ड मिले हैं, 23 बार वह प्लेयर ऑफ द मैच तो 9 बार प्लेयर ऑफ द सीरीज बने हैं।

भारत की पहला टेस्ट 280 रनों से जीतकर सीरीज में 1-0 की बढ़त

बात चेन्नई टेस्ट की करें तो, टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने उतरी टीम इंडिया ने आर अश्विन के शतक और रविंद्र जडेजा व यशस्वी जायसवाल के अर्धशतकों के दम पर 387 रन बोर्ड पर लगाए। इसके आगे बांग्लादेश की पहली पारी 149 रनों पर सिमट गई थी। 227 रनों की लीड होने के बावजूद भारत ने फॉलोऑन नहीं दिया और बैटिंग प्रैक्टिस करने का मन बनाया। दूसरी पारी में रोहित-कोहली फिर फेल हुए, मगर इस बार पंत और गिल ने शतक जड़ टीम को 287 के स्कोर तक पहुंचाया। भारत ने बांग्लादेश के सामने जीत के लिए 515 रनों का लक्ष्य रखा था, जिसके जवाब में मेहमान टीम 234 ही रन बना पाई। भारत ने पहला टेस्ट 280 रनों से जीतकर सीरीज में 1-0 की बढ़त बनाई।