JPC में बोलीं मुस्लिम महिलाएं, ‘वक्फ प्रॉपर्टी का उपयोग सिर्फ मुसलमानों नहीं हिंदुओं के कल्याण के लिए भी हो
नई दिल्ली। वक्फ संशोधन बिल को लेकर जेपीसी कमेटी की कई बैठकें हो चुकी हैं। बैठकों के दौरान जेपीसी कमेटी के अध्यक्ष और सदस्य कल्याण बनर्जी के बीच टकराव की खबरें आई थीं। इसी बीच बिहार के फुलवारी शरीफ के इमारते शरिया में वक्फ संशोधन बिल को लेकर एक बड़ी बैठक हुई। ये बैठक मौलाना सैयद अहमद बाली फैसल रहमानी के नेतृत्व में हुई। इस बैठक में बिहार के कई बड़े खनकाह के प्रमुख शामिल हुए। इस दौरान सभी ने यह निर्णय लिया कि वक्फ संशोधन बिल का विरोध किया जाएगा।
13 को बिहार आ रही जेपीसी
जानकारी के अनुसार इमारते शरिया ने फुलवारी शरीफ के अलावा पूरे देश के प्रमुख हिस्सों में मीटिंग की है। इसी के तहत 13 नवंबर को संयुक्त संसदीय दल के संसदीय दल (जेपीसी) के मेंबर बिहार आ सकते हैं। जिसको लेकर इमारत ए शरिया ने संयुक्त कार्य की योजना तैयार की है।
इस मीटिंग के बाद इमारते शरिया के हजरत मौलाना फैसल रहमानी ने कहा कि बैठक में यह निर्णय लिया गया है कि केंद्र सरकार में सहयोगी बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू से मुलाकात करके वक्फ संशोधन बिल को आपस लेने के लिए कहेंगे। इन दोनों नेताओं ने मुस्लिमों के लिए बहुत से काम किए हैं। अगर ये दोनों नेता इस बिल से पीछे हट जाते हैं तो बड़े आराम से इसको समाप्त किया जा सकता है।
नीतीश और चंद्र बाबू से मिलने का प्लान
फैसल रहमानी ने हम लोग नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू से मिलकर अपील करेंगे कि वक्फ संशोधन बिल को लेकर नाराजगी जताई जाए। साथ ही उन दोनों नेताओं को बोर्ड को लेकर नाराजगी जताने की आग्रह करेगी। अमीर शरियत फैसल रहमानी ने इसको लेकर कहा कि इस बिल को लाने से पहले हम लोगों से कोई बातचीत नहीं की गई। जिन लोगों की यह जिम्मेदारी थी वह लोग भी मनमाने ढंग से इस बिल को पेश कर दिए।
रहमानी ने कहा कि मनमाने ढंग से लाए गए इस बिल का मकसद एक ही है कि बोर्ड को जो भी जमीन दान में मिली है उसे हथिया लिया जाए। यह जमीन खानकाह और वक्फ बोर्ड की संपत्ति है। जिसको सरकार अपने कब्जे में लेना चाहती है। लेकिन इस जमीन का क्या उपयोग करेगी उसपर कुछ नहीं बता रही है।