बांग्लादेशियों को होटल और भोजन देने से मना; हिंदूओं पर हो रहे अत्‍याचार के खिलाफ त्रिपुरा में प्रदर्शन

नई दिल्‍ली । त्रिपुरा के होटल (Tripura Hotels)और रेस्तरां मालिक बांग्लादेश(restaurant owner bangladesh) के पर्यटकों से बुकिंग स्वीकार नहीं (Bookings from tourists not accepted)करेंगे। यह निर्णय अस्थायी तौर पर लिया गया है। पूर्वोत्तर राज्य में ट्रावेल सेक्टर के शीर्ष संघ की ओर से जारी बयान में यह जानकारी दी गई। दोनों पड़ोसियों के बीच राजनयिक संबंधों में तनाव को देखते हुए यह फैसला हुआ है। ऑल-त्रिपुरा होटल और रेस्तरां मालिक संघ की ओर से जारी बयान में कहा, ‘राज्य के होटल बांग्लादेशी पर्यटकों को कमरे नहीं देंगे और रेस्तरां में उन्हें भोजन नहीं दिया जाएगा।’ यह बयान ऐसे समय जारी हुआ जब सैकड़ों लोगों ने राजधानी अगरतला में बांग्लादेशी मिशन के चारों ओर विशाल रैली निकाली। इस दौरान बांग्लादेश में हिंदू भिक्षु चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के साथ-साथ पड़ोसी देश में अल्पसंख्यकों पर हमलों का विरोध किया गया।

बांग्लादेश सहायक उच्चायोग को ज्ञापन दिया

दरअसल, अगरतला स्थित बांग्लादेश सहायक उच्चायोग में एक समूह की ओर से ज्ञापन सौंपे जाने के दौरान कुछ लोगों द्वारा अनधिकृत तरीके से प्रवेश कर शांति भंग की गई। इस घटना के बाद उच्चायोग के अंदर और आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पश्चिमी त्रिपुरा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चिरंजीव चक्रवर्ती ने बताया कि बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ रैली निकाली गई। रैली निकालने वाले विश्व हिंदू परिषद से जुड़े हिंदू संघर्ष समिति के 6 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल को इस संबंध में ज्ञापन सौंपने के लिए सहायक उच्चायोग के अंदर जाने की अनुमति दी गई थी, लेकिन कुछ अतिरिक्त लोग परिसर में घुस आए और वे वहां ‘जय श्री राम’ के नारे लगाने लगे।

‘प्रदर्शनकारियों को तुरंत निकाला बाहर’

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने कहा, ‘बांग्लादेश सहायक उच्चायोग के अंदर किसी भी तरह की शांति भंग नहीं हुई और न ही कोई परेशानी हुई क्योंकि हमनें प्रदर्शनकारियों को तुरंत वहां से बाहर निकाल दिया था।’ बांग्लादेश के झंडे को कथित तौर पर जलाने की घटना पर उन्होंने कहा कि पुलिस को इस संबंध में सूचना मिली है और वे उस वीडियो फुटेज की जांच कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘बांग्लादेश सहायक उच्चायोग में हुई घटना के संबंध में हमें अभी तक कोई औपचारिक शिकायत नहीं मिली है।’ उप महानिरीक्षक रमेश रेड्डी ने बांग्लादेश सहायक उच्चायोग का दौरा कर सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश सहायक उच्चायोग के अंदर और आसपास सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। अतिरिक्त बल तैनात कर दिए गए हैं।