ईएसआईसी की आईटी प्रणाली में हुआ सुधार, ऑनलाइन सेवाएं होंगी अधिक सुविधाजनक

नई दिल्ली। कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) ने लाखों लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं और समग्र वितरण तंत्र में सुधार के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए अपनी सूचना और आईटी प्रणालियों का आधुनिकीकरण किया है।

श्रम और रोजगार मंत्रालय ने मंगलवार को एक बयान में बताया कि कर्मचारी राज्य बीमा निगम के हितधारकों को अब अस्पतालों में दिखाने के लिए समय लेने जैसी तमाम ऑनलाइन सुविधाएं अधिक सुरक्षित और सुगम तरीके से मिल सकेंगी। इसकी वजह यह है कि ईएसआईसी ने अपने ग्राहक कर्मचारियों को निर्बाध सेवाएं देने के लिए अपनी सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) प्रणाली को उन्नत किया है। आईटी प्रणाली को उन्नत बनाने का काम 22 दिसंबर को पूरा हो गया।

मंत्रालय ने कहा कि धन्वंतरि अस्पताल सूचना प्रणाली (एचआईएस) का अब ईएसआईसी अस्पतालों और डिस्पेंसरियों में अधिक व्यापक रूप से उपयोग किया जा रहा है। इसमें 40 फीसदी की वृद्धि हुई है, जिससे स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं को रोगियों की देखभाल और अस्पताल संचालन को बेहतर ढंग से चलाने में मदद मिल रही है। चालू वित्त वर्ष की शुरुआत से कुल लेन-देन की संख्या में 50 फीसदी की वृद्धि हुई है। इसी तरह सितंबर, 2024 में समवर्ती उपयोगकर्ताओं की संख्या 10 गुना बढ़ाने के बाद रिपोर्ट की गई घटनाओं की संख्या घटकर एक तिहाई रह गई है। वहीं 1.5 करोड़ लेन-देन के लिए ऐसी घटनाओं की कुल संख्या केवल 93 है।

ईएसआईसी मोबाइल ऐप को उपयोगकर्ताओं के और अधिक अनुकूल और उन्हें अतिरिक्त सुविधाएं प्रदान करने के लिए बेहतर बनाया गया है। वहीं ऑनलाइन अपॉइंटमेंट बुकिंग में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है। इसमें वर्ष 2022 से 2023 तक 200 फीसदी की और 2023 से 2024 तक 177 फीसदी की वृद्धि दर्ज हुई है। इन सुधार उपायों के साथ नियोक्ता और बीमित कर्मचारी और लाभार्थी बदलावों का अनुभव करेंगे। ईएसआईसी सेवाओं का सहज लाभ उठा पाएंगे और अस्पतालों तथा डिजिटल प्‍लेटफॉर्म दोनों के माध्यम से ऑनलाइन अपॉइंटमेंट आसानी से बुक कर पाएंगे।

मंत्रालय ने कहा कि केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया की अध्यक्षता में कर्मचारी राज्य बीमा निगम अपनी चिकित्सा सेवाओं, अन्य वितरण तंत्र में सुधार तथा आईटी प्रणालियों के सुधार के लिए लगातार काम कर रहा है। केंद्रीय मंत्री आईसीटी वितरण तंत्र की प्रगति की लगातार निगरानी कर रहे हैं।