Saphala Ekadashi 2025: सफला एकादशी पर करें ये पावन उपाय, खुल जाएंगे धन-संपत्ति और सफलता के द्वार!
पंचांग के अनुसार, वर्ष 2025 में सफला एकादशी का व्रत सोमवार, 15 दिसंबर को पड़ेगा।
यह तिथि भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी दोनों को प्रसन्न करने का शुभ अवसर मानी जाती है।
सफला एकादशी 2025: धन-संपत्ति के लिए सबसे प्रभावी उपाय
1. गन्ने के रस से अभिषेक
उपाय:
इस दिन भगवान विष्णु का गन्ने के रस से अभिषेक करें।
लाभ:
बुध ग्रह मजबूत होता है, व्यापार में तरक्की, नौकरी में उन्नति और आर्थिक स्थिति शीघ्र सुधरती है।
2. एकाक्षी नारियल और हल्दी का चमत्कारी उपाय
उपाय:
भगवान विष्णु को एकाक्षी नारियल अर्पित करें।
पूजा में हल्दी की गांठ, चने की दाल और गुड़ चढ़ाएं।
पूजा के बाद नारियल और हल्दी की गांठ को लाल कपड़े में बांधकर तिजोरी या धन स्थान पर रखें।
लाभ:
घर में स्थायी धन-समृद्धि का वास होता है और माता लक्ष्मी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
3. पीपल वृक्ष की पूजा और दीपदान
उपाय:
सुबह पीपल के पेड़ की जड़ में दूध और जल अर्पित करें।
शाम को सरसों के तेल का दीपक जलाकर पीपल वृक्ष के नीचे रखें।
इसके बाद 11 बार परिक्रमा करें।
लाभ:
पितृदोष व कालसर्प दोष से राहत मिलती है, जीवन की बाधाएँ दूर होती हैं और धन लाभ के योग बनते हैं।
4. दक्षिणावर्ती शंख से अभिषेक
उपाय:
दक्षिणावर्ती शंख को पीतल के पात्र में रखें।
उसमें गंगाजल और केसर मिलाकर भगवान विष्णु का अभिषेक करें।
अभिषेक के बाद शंख को पूजा स्थल पर रख दें।
लाभ:
मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं और हर क्षेत्र में सफलता मिलने लगती है।
5. तुलसी दल का विशेष प्रयोग
उपाय:
7 या 21 तुलसी दल लें।
उन पर हल्दी लगाकर भगवान विष्णु को अर्पित करें।
पूजा के बाद तुलसी दल को अपने पर्स या तिजोरी में रखें।
लाभ:
जीवन में सुख-शांति बढ़ती है और घर में धन-धान्य की कभी कमी नहीं होती।
सफला एकादशी पर दान का विशेष पुण्य
1. अन्न दान
गरीबों को चावल, दाल, गेहूं आदि देना अत्यंत शुभ माना गया है। इससे घर में अन्न की बरकत बनी रहती है।
2. गर्म कपड़ों का दान
पौष माह में विशेष रूप से गर्म वस्त्र दान करना उत्तम फलदायी है।
3. फल का दान
भगवान विष्णु को फल अर्पित करने के बाद उन्हीं फलों का दान करने से पुण्य कई गुना बढ़ जाता है।
15 दिसंबर 2025 को आने वाली सफला एकादशी धन वृद्धि, सफलता और शुभ फलों का मार्ग खोलने वाली तिथि है। सही विधि से पूजा और इन उपायों के पालन से भक्तों पर भगवान विष्णु व माता लक्ष्मी का विशेष आशीर्वाद प्राप्त होता है।
