बंगाल में बीजेपी प्रत्याशी का आरोप, बोले- 200 लोगों ने बोला धावा, कर देते मेरी हत्या
कोलकाता । लोकसभा चुनाव को लेकर मतदान के बीच शनिवार को पश्चिम बंगाल में हिंसा देखने को मिली। भाजपा के सीनियर नेता प्रणत टुडू झाड़ग्राम लोकसभा सीट से पार्टी उम्मीदवार हैं। उन्होंने दावा किया कि पश्चिम मेदिनीपुर जिले के गरबेटा इलाके में उनके काफिले पर हमला किया गया, जिसमें 2 सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। यह घटना तब हुई जब टुडू कुछ मतदान केंद्रों के भीतर भाजपा के चुनाव एजेंट को प्रवेश की अनुमति नहीं दिए जाने की शिकायतों के मद्देनजर गरबेटा जा रहे थे।
प्रणत टुडू ने कहा, ‘अचानक सड़कों को अवरुद्ध करने वाले तृणमूल कांग्रेस के गुंडों ने मेरी कार पर ईंटें फेंकना शुरू कर दिया। मेरे सुरक्षाकर्मियों ने जब हस्तक्षेप करने की कोशिश की, तो वे घायल हो गए। मेरे साथ चल रहे सीआईएसएफ के 2 जवानों के सिर में चोटें आईं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।’ स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस की एक बड़ी टुकड़ी को इलाके में भेजा गया।
टुडू बोले- …तो हमारी हत्या कर दी जाती
बीजेपी कैंडिडेट ने कहा, ‘हमें यह सूचना मिली था कि मोंगलापोटा में भाजपा समर्थकों को वोट नहीं देने दिया जा रहा है। इस वजह से हम वहां पर मौजूदा स्थिति देखने आए थे। हम यह जानना चाहते थे कि आखिर समस्या क्या है।’ उन्होंने कहा कि इसी दौरान यहां पर पहले से मौजूद करीब 200 लोगों ने लाठियों, पत्थरों और हथियारों से हमला किया। अगर वहां पर केंद्रीय बल के जवान तैनात नहीं होते तो हमारी हत्या कर दी जाती। स्थानीय पुलिस से तो हमें किसी तरह की सुरक्षा नहीं मिली। दीदी (ममता बनर्जी) CAA लागू नहीं करना चाहती हैं। वह हमारे देश को पाकिस्तान बनाना चाहती हैं।
टीएमसी ने आरोपों से किया इनकार
हालांकि, तृणमूल कांग्रेस के स्थानीय नेतृत्व ने आरोपों से इनकार किया और टुडू पर शांतिपूर्ण मतदान प्रक्रिया को बाधित करने की कोशिश करने का आरोप लगाया। टीएमसी के स्थानीय नेता ने कहा, ‘भाजपा उम्मीदवार मतदाताओं को धमका रहे थे। इससे ग्रामीण भड़क गए और उन्होंने विरोध प्रदर्शन किया।’ भीड़ की ओर से विभिन्न मीडिया संस्थानों के वाहनों पर भी तोड़फोड़ की गई। बता दें कि लोकसभा चुनाव के छठे चरण में 6 राज्यों और 2 केंद्र शासित प्रदेशों के 58 निर्वाचन क्षेत्रों में शनिवार को 59.06 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। पश्चिम बंगाल के जंगल महल क्षेत्र में 78.19 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।