संशय खत्‍म, पीएम मोदी चुने गए एनडीए के नेता, रविवार को शपथ लेंगे, बैठक से पहले संविधान को माथे से लगाया

नई दिल्ली। मतदाताओं ने 10 साल के बाद एक बार फिर देश को अस्थिर गठबंधन की राजनीति की ओर धकेल दिया है। हालांकि फिलहाल भाजपा गठबंधन की राजनीति देश को स्थिरता की ओर ले जाने को शुक्रवार को आगे बढ़ गई है। भाजपा के वरिष्ठ नेता नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) संसदीय दल की बैठक में शिरकत की। इस दौरान उन्होंने भारत के संविधान को अपने माथे से लगाया। इसके बाद उन्हें सर्वसम्मति से राजग संसदीय दल का नेता चुन लिया गया। अब राजग के नेता राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। मोदी रविवार को लगातार तीसरी बार देश के प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे।

राजनाथ सिंह का प्रस्ताव

संसद भवन की पुरानी इमारत में स्थित संविधान कक्ष में राजग की बैठक की औपचारिक शुरुआत होने के बाद वरिष्ठ नेता राजनाथ सिंह ने मोदी को राजग संसदीय दल का नेता चुने जाने का प्रस्ताव रखा, जिसका सभी सहयोगी दलों ने अनुमोदन किया। अनुमोदन के बाद सभी नेताओं ने ध्वनि मत से मोदी को अपना नेता चुन लिया।

इन लोगों का अनुमोदन

राजनाथ सिंह के प्रस्ताव का सबसे पहले अमित शाह, फिर नितिन गड़करी और उसके बाद राजग के अन्य सहयोगी दलों के नेताओं ने समर्थन किया। समर्थन करने वाले प्रमुख राजग नेताओं में सबसे पहला नाम जनता दल (सेक्युलर) के एच डी कुमारस्वामी का था। इसके बाद तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के नेता एन चंद्रबाबू नायडू और फिर जनता दल (यूनाइटेड) के नीतीश कुमार ने प्रस्ताव का अनुमोदन किया। शिवसेना के एकनाथ शिंदे और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अजीत पवार सहित राजग में शमिल अन्य घटक दलों के नेताओं ने भी इस प्रस्ताव का अनुमोदन किया। लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के चिराग पासवान, हिन्दुस्तान अवाम मोर्चा (सेक्यूलर) के जीतन राम मांझी, अपना दल (सोनेलाल) की अनुप्रिया पटेल और जन सेना पार्टी के पवन कल्याण सहित अन्य नेताओं ने भी प्रस्ताव का अनुमोदन किया।

रविवार को तीसरी बार प्रधानमंत्री

इससे पहले इस बीच वरिष्ठ भाजपा नेता प्रहलाद जोशी ने एनडीए संसदीय दल की बैठक में कहा कि नरेंद्र मोदी रविवार को तीसरी बार प्रधानमंत्री पद की शपथ लेंगे। मोदी को अपना नेता चुनने के लिए यहां पुराने संसद भवन के सेंट्रल हॉल में एकत्रित एनडीए नेताओं से जोशी ने कहा कि शपथ ग्रहण समारोह 9 जून को शाम 6 बजे होगा। एनडीए सांसदों के अलावा भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और गठबंधन के वरिष्ठ नेता बैठक में मौजूद थे।