राम मंदिर के पुजारियों का वेतन तय, सीधे बैंक खाते में जाएगा पैसा

अयोध्‍या। श्रीरामजन्म भूमि में रामलला की अष्टयाम सेवा व पूजा-अर्चना के नव नियुक्त 20 पुजारियों के वेतनमान का निर्धारण कर दिया गया है। इन्‍हें कितना वेतनमान दिया जाएगा, इसको सार्वजनिक नहीं किया गया है। पुजारियों को भी इस संबंध में जानकारी दे दी गई है। इसके अतिरिक्त बोर्ड आफ ट्रस्टीज की ओर से तीर्थ क्षेत्र के स्थायी पुजारियों के लिए अनुमन्य सुविधाओं को भी इन्हें प्रदान किए जाने की जानकारी दी गई है। इन पुजारियों को प्रशिक्षण की अवधि में प्रतिमाह दो हजार रुपए प्रतिमाह का मानदेय दिया जा रहा था। वहीं जुलाई माह के अंत में निर्धारित वेतन उसके खाते में सीधे हस्तांतरित कर दिया जाएगा।

इसके पहले राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास शास्त्री के अलावा चार सहायक पुजारियों अशोक उपाध्याय, संतोष कुमार तिवारी, प्रदीप दास व प्रेम कुमार तिवारी के अलावा कोठारी व भंडारी एवं एक सहायक के वेतन में वृद्धि अक्टूबर 2023 में की गयी थी। इसके साथ कई तरह के सुविधाओं को भी प्रदान करने का ऐलान किया गया था। यह सभी सुविधाएं इन नये पुजारियों को भी सुलभ होंगी। फिलहाल प्रशिक्षण की अवधि के समापन के बाद अब नव नियुक्त पुजारियों को तीर्थ क्षेत्र के कार्यालय से अलग आवासीय व्यवस्था करनी पड़ेगी क्योंकि दूसरे बैच के प्रशिक्षण प्रारंभ होने पर सम्बन्धित बैच के प्रशिक्षुओं को यहां व्यवस्था दी जाएगी।

श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ने पुजारियों की ओर से राम मंदिर में एंड्रायड फोन के इस्तेमाल पर लगाई रोक के फैसले को वापस ले लिया है। पुजारी एंड्रायड फोन मंदिर परिसर में ले जा सकेंगे लेकिन वह गर्भगृह में मोबाइल का प्रयोग नहीं कर पाएंगे। पुजारी गर्भगृह में प्रवेश के पहले मोबाइल को लॉकर में जमा कर देंगे। जरूरत होगी तो मोबाइल मंदिर के बाहर ले जाकर बात कर सकेंगे। पुजारियों की बैठक में यह भी बताया गया कि वीआईपी अथवा समयानुसार श्रद्धालुओं को टीका-चंदन लगाने पर भी कोई रोक नहीं है लेकिन कोई भी पुजारी श्रद्धालुओं द्वारा दिए गये दान की राशि को स्वीकार नहीं करेगा बल्कि दानपात्र में राशि डालने के लिए निर्देशित कर देगा।

श्रीरामजन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ने राम मंदिर में सेल्फी के लिए लालायित श्रद्धालुओं के लिए सेल्फी प्वाइंट बना दिया है। यह सेल्फी प्वाइंट परिसर के अंदर बैगेज स्कैनर के आगे और यात्री सुविधा केंद्र के मध्य लगे पंडाल के कोने में तैयार किया है। यहां रामलला की अनुकृति तैयार लगाई गई है। यहां खड़े होकर कोई भी श्रद्धालु सेल्फी ले सकता है। दरअसल इस स्थान तक श्रद्धालुओं को मोबाइल ले जाने की छूट है। इसके आगे दर्शन मार्ग पर आगे बढ़ने से पहले श्रद्धालुओं को अपने मोबाइल को लॉकर में जमा करना पड़ेगा। श्रद्धालु चाहे तो रामलला के दर्शन के पहले अथवा लौट कर सेल्फी ले सकते हैं।