भारत में फिर टेस्ला प्लांट को लेकर चर्चा हुई शुरू, दौड़ में सबसे आगे चल रहे ये राज्‍य

नई दिल्‍ली । दुनिया की सबसे बड़ी इलेक्ट्रिक वाहन निर्माता कंपनी टेस्ला जल्द ही भारत में एंट्री करने वाली है। भारत प्लांट को लेकर इस साल की पहली तिमाही में बड़ी चर्चा शुरू हुई थी। भारत सरकार की EV पॉलिसी आने के बाद ऐसा माना जा रहा था कि इस साल एलन मस्क भारत में टेस्ला की कारें बनाने लगेंगे। एलन मस्क ने भारत आने की भी घोषणा कर दी थी और इसे लेकर तैयारियां जोर-शोर से हो रही थीं। मगर, एलन मस्क ने सबको चौंकाते हुए भारत यात्रा रद्द कर चीन पहुंच गए और टेस्ला के भारत प्लांट पर चुप्पी साध ली थी। अब टेस्ला प्लांट को लेकर फिर से चर्चा शुरू हुई है। ऐसा दावा किया जा रहा है कि महाराष्ट्र, तमिलनाडु और गुजरात इस प्लांट को हासिल करने की दौड़ में सबसे आगे चल रहे हैं।

भारत में सस्ती EV कारें बनाना चाहती है टेस्ला
एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि टेस्ला ने भारत प्लांट की योजना पर फिर से काम करना शुरू कर दिया है। कंपनी इसे ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग यूनिट बनाना चाहती है। टेस्ला यहां सस्ती EV कारें बनाना चाहती है। इसकी कीमत 18 से 25 लाख रुपए के बीच हो सकती है। साथ ही उन्हें भारत से अन्य देशों में एक्सपोर्ट भी करना चाहती है। इसके अलावा कंपनी लोकल पार्टनर की तलाश में भी जुटी हुई है।

महाराष्ट्र
अगर टेस्ला भारतीय बाजार को ध्यान में रखकर एक सस्ता मॉडल लॉन्च करता है, तो महाराष्ट्र उनका पसंदीदा विकल्प हो सकता है। मुंबई और दिल्ली जैसे प्रमुख बाजारों तक आसान पहुंच महाराष्ट्र का सबसे बड़ा फायदा है।

तमिलनाडु
टेस्ला अगर Export पर ध्यान दे रहा है, तो तमिलनाडु सबसे अच्छा विकल्प हो सकता है। यहां बंदरगाहों तक आसान पहुंच और इकोसिस्टम पहले से मौजूद है।

गुजरात
अगर टेस्ला को लॉजिस्टिक्स लागत को कम करने के लिए पर्याप्त सब्सिडी मिलती है, तो गुजरात भी दौड़ में शामिल हो सकता है।

पुणे में खोला है कंपनी ने अपना ऑफिस
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि टेस्ला लोकल पार्टनर के साथ पुणे के नजदीक मैन्युफैक्चरिंग प्लांट लगाने के लिए कई दौर की वार्ता कर चुके हैं। यहां से उन्हें मुंबई और दिल्ली एनसीआर जैसे इलाकों तक सेल्स नेटवर्क बनाने में मदद मिलेगीष टेस्ला इंडिया मोटर्स ने हाल ही में पुणे के पंचशील बिजनेस पार्क में ऑफिस खोला था। हालांकि, तमिलनाडु में ऑटो सेक्टर का इकोसिस्टम पहले से ही मौजूद है। इसके अलावा वहां मौजूद पोर्ट भी टेस्ला के काम आ सकते हैं।

टेस्ला भारत में क्यों आना चाहता है?
भारत में इलेक्ट्रिक वाहनों की बढ़ती मांग और सरकार की इलेक्ट्रिक वाहन नीति टेस्ला को आकर्षित कर रही है। भारत में टेस्ला के आने से इलेक्ट्रिक वाहन बाजार को और भी बढ़ावा मिलेगा और नई नौकरियां पैदा होंगी।