भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 2.561 अरब डॉलर की शानदार बढ़ोतरी
नई दिल्ली । इस समय विदेशी मुद्रा भंडार के मोर्चे पर भारत को खुशखबरी मिल रही है। बीते 10 मई को समाप्त सप्ताह के दौरान भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में 2.561 अरब डॉलर की शानदार बढ़ोतरी हुई। अब अपना भंडार 644.15 अरब डॉलर का हो गया है।
विदेशी मुद्रा भंडार में काफी बढ़ोतरी
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की ओर से जारी नवीनतम आंकड़ों से पता चलता है कि 10 मई को समाप्त सप्ताह में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में काफी बढ़ोतरी हुई है। इस दौरान भंडार 2.561 अरब डॉलर से बढ़कर 644.151 अरब डॉलर तक पहुंच गया। इससे पिछले सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 3.67 अरब डॉलर बढ़कर 641.59 अरब डॉलर रहा था। इसके पहले लगातार तीन सप्ताह इसमें गिरावट आई थी। पांच अप्रैल को समाप्त सप्ताह में देश का मुद्रा भंडार 648.56 अरब डॉलर के नये सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया था।
वहीं, केंद्रीय बैंक के साप्ताहिक आंकड़े के अनुसार, समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान विदेशी पूंजी भंडार का सबसे बड़ा घटक विदेशी मुद्रा भंडार 1.488 अरब डॉलर से बढ़कर 565.648 अरब डॉलर हो गया।
स्वर्ण आरक्षित भंडार का मूल्य 1.07 अरब डॉलर बढ़ा
रिजर्व बैंक के आंकड़ों के मुताबिक, 10 मई को समाप्त सप्ताह में मुद्रा भंडार का अहम हिस्सा मानी जाने वाली विदेशी मुद्रा भंडार 1.49 अरब डॉलर बढ़कर 565.65 अरब डॉलर हो गया। रिजर्व बैंक ने कहा कि समीक्षाधीन सप्ताह के दौरान स्वर्ण आरक्षित भंडार का मूल्य 1.07 अरब डॉलर बढ़कर 55.95 अरब डॉलर हो गया।
आईएमएफ के पास भारत का आरक्षित जमा घटा
विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) 50 लाख डॉलर बढ़कर 18.06 अरब डॉलर हो गया। रिजर्व बैंक के मुताबिक समीक्षाधीन सप्ताह में अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) के पास भारत का आरक्षित जमा 40 लाख डॉलर घटकर 4.495 अरब डॉलर रह गया।
पाकिस्तान में बढ़ गया डॉलर का भंडार
वहीं, अपने पड़ोसी देश पाकिस्तान में इस समय विदेशी मुद्रा की भले ही जबरदस्त किल्लत चल रही हो, लेकिन पिछले तीन सप्ताह से वहां बहार है। बीते 26 अप्रैल को समाप्त सप्ताह के दौरान वहां के विदेशी मुद्रा भंडार 35.5 मिलियन डॉलर की बढ़ोतरी हुई है। उसके बाद फिर तीन मई को समाप्त सप्ताह के दौरान भी यह बढ़ा। बीते 10 मई को समाप्त सप्ताह के दौरान भी यह 17.75 मिलियन डॉलर बढ़ गया। इस सप्ताह बढ़ोतरी के बाद अब वहां 14.626 अरब डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार हो गया है।