देश का रियल एस्टेट सेक्टर, सिर्फ जून तिमाही में किया 35,000 करोड़ का कारोबार
नई दिल्ली. देश तेजी से तरक्की की तरफ आगे बढ़ रहा है. इस ग्रोथ को मापने का पैमाना रियल एस्टेट सेक्टर की डिमांड. इसको देखकर तरक्की का अनुमान लगाया जाता है. देश में जमीन-जायदाद के विकास से जुड़ी 21 प्रमुख लिस्टेड कंपनियों ने अप्रैल-जून तिमाही के दौरान कुल मिलाकर लगभग 35,000 करोड़ रुपए मूल्य की संपत्तियां बेची हैं. इनमें गोदरेज प्रॉपर्टीज ने सबसे अधिक बिक्री बुकिंग की सूचना दी है. कुछ को छोड़कर, सभी प्रमुख लिस्टेड रियल एस्टेट डेवलपर ने अप्रैल-जून तिमाही में बिक्री बुकिंग में वार्षिक वृद्धि दिखाई है. इसमें आवासीय संपत्तियों, विशेष रूप से लक्जरी घरों के लिए मजबूत उपभोक्ता मांग का बड़ा योगदान रहा है.
शेयर बाजार को दी गईं सूचनाओं के आंकड़ों के अनुसार भारत की 21 प्रमुख लिस्टेड रियल एस्टेट कंपनियों ने वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही में 34,927.5 करोड़ रुपए की संयुक्त बिक्री बुकिंग की सूचना दी है. इन संयुक्त बिक्री बुकिंग में से, बिक्री का बड़ा हिस्सा आवासीय क्षेत्र से आया. बिक्री बुकिंग के मामले में, गोदरेज प्रॉपर्टीज जून तिमाही में 8,637 करोड़ रुपए की बिक्री बुकिंग के साथ सबसे बड़ी लिस्टेड कंपनी के रूप में उभरी.
मार्केट कैप के लिहाज से देश की सबसे बड़ी रियल्टी कंपनी डीएलएफ लिमिटेड की चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में बिक्री बुकिंग तीन गुना से अधिक की वृद्धि के साथ 6,404 करोड़ रुपए रही है. लोढ़ा ब्रांड के तहत संपत्तियां बेचने वाली मुंबई की मैक्रोटेक डेवलपर्स ने 4,030 करोड़ रुपए की बिक्री बुकिंग दर्ज की.
हाल ही में लिस्टेड हुई गुरुग्राम स्थित सिग्नेचर ग्लोबल ने जून तिमाही में 3,120 करोड़ रुपए की बिक्री बुकिंग हासिल की, जो पिछले वर्ष की समान तिमाही की तुलना में तीन गुना है. बेंगलुरू स्थित प्रेस्टीज एस्टेट्स प्रोजेक्ट्स ने जून तिमाही में 3,029.5 करोड़ रुपए की बिक्री बुकिंग दर्ज की, जो पिछले वर्ष की इसी अवधि से कम है. बेंगलुरू स्थित फर्म शोभा लिमिटेड और ब्रिगेड एंटरप्राइजेज ने इस वित्त वर्ष की अप्रैल-जून अवधि के दौरान क्रमशः 1,874 करोड़ रुपए और 1,086 करोड़ रुपए की संपत्तियां बेचीं. बेंगलुरु स्थित पूर्वांकरा लिमिटेड ने 1,128 करोड़ रुपए की बिक्री बुकिंग हासिल की, जो पिछले साल की समान अवधि की तुलना में लगभग स्थिर रही.