शरद पवार के साथ वापस जाने पर बोले अजित पवार, महायुति सीट बंटवारे पर चल रही बातचीत
मुंबई। महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने शरद पवार के साथ वापस जाने पर कहा है कि बंटवारे के बाद अपने चाचा और एनसीपी के संस्थापक शरद पवार की छाया से दूर एनसीपी की कमान संभालना एक बड़ी जिम्मेदारी है। अपनी जन सम्मान यात्रा के दौरान अजित पवार ने कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए तैयारी चल रही है और सत्ताधारी महायुति गठबंधन के सहयोगियों एनसीपी, शिवसेना और भाजपा के बीच सीट बंटवारे की बातचीत सकारात्मक रूप से आगे बढ़ रही है। अजित पवार और उनके करीबी कुछ विधायकों ने पिछले साल जुलाई में शरद पवार की पार्टी से नाता तोड़कर भाजपा-शिवसेना के गठबंधन में नाता जोड़ लिया था। बाद में पार्टी का नाम एनसीपी और चुनाव चिन्ह भी अजित पवार को ही मिला। शरद पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी एसपी विपक्षी गठबंधन महाविकास अघाड़ी का हिस्सा है। महाविकास अघाड़ी में शरद पवार की एनसीपी एसपी के अलावा कांग्रेस और शिवसेना यूबीटी भी शामिल हैं।
राज्य चुनावों के लिए सीट बंटवारे के बारे में बोलते हुए, पवार ने कहा कि उन्होंने शिवसेना का नेतृत्व करने वाले मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता देवेंद्र फड़नवीस से दो-तीन बार बात की है और सकारात्मक तरीके से बातचीत आगे बढ़ रही है। महाराष्ट्र में चुनाव की तारीखों पर अजित पवार ने कहा कि यह तय करना चुनाव आयोग का काम है। अजीत पवार ने शिक्षा और सरकारी नौकरियों में आरक्षण के लिए मराठा समुदाय की मांग पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक की वकालत की। अजित पवार ने कहा कि विपक्षी दलों की उपेक्षा नहीं की जा सकती, क्योंकि वे भी लोगों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
पवार ने कहा कि ‘मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आरक्षण मुद्दे पर चर्चा के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाई थी, लेकिन विपक्ष ने बैठक से दूरी बनाए रखी। मुझे नहीं पता कि बहिष्कार जानबूझकर किया गया था या नहीं। उन्होंने कहा कि उनसे (विपक्ष से) फिर से समय मांगा जाएगा।’ मुख्यमंत्री लड़की बहन योजना की सराहना करते हुए पवार ने कहा कि इस योजना को 17 अगस्त को बालेवाड़ी में एक कार्यक्रम में लॉन्च किया जाएगा, जिसमें लाभार्थियों को जुलाई और अगस्त के लिए पैसे मिलेंगे। कार्यक्रम में सीएम शिंदे और डिप्टी सीएम फडणवीस शामिल होंगे।
बारामती लोकसभा चुनाव में सुप्रिया सुले और उनकी पत्नी सुनेत्रा के बीच हुई लड़ाई के संबंध में जिस गलती का उन्होंने जिक्र किया, वह राजनीतिक थी या व्यक्तिगत, इस सवाल पर उन्होंने कहा, ‘गलती के बारे में बोलने में कुछ भी जानबूझकर नहीं होता। मैं अपने मन का मालिक हूं। मैं अपनी बात कहता हूं। मैं एक सीधा-सादा व्यक्ति हूं।’ उन्होंने पवार परिवार में फूट (एनसीपी के टूटने के कारण) पर बोलने से इनकार कर दिया। शरद पवार के साथ फिर से जुड़ने की संभावनाओं के बारे में पूछे जाने पर उपमुख्यमंत्री ने कहा, ‘मैं सिर्फ महाराष्ट्र के लिए अपने काम और विजन के बारे में बात करूंगा। हम लोगों से कहेंगे कि वे हमें फिर से मौका दें, ताकि हम राज्य के लिए और अधिक धन ला सकें। विपक्ष हमेशा नकारात्मक होता है।