औरेया हत्याकांड के दो शूटर गिरफ्तार, पुलिस पूछताछ में किए कई नए खुलासे

औरेया, औरेया हत्याकांड के दो शूटर गिरफ्तार कर लिए गए हैं। गिरफ्तारी के बाद सुपारी किलर व्हीलचेयर पर दिखे। शूटरों ने पुलिस पूछताछ में कई नए खुलासे किए हैं। शूटर ने बताया कि किसने गोली मारी थी।
औरेया हत्याकांड के सुपारी किलर दिखे व्हीलचेयर पर, गिरफ्तारी के बाद किए कई नए खुलासे
यूपी के औरैया में दिलीप हत्याकांड में फरार चल रहे दो शूटर दुलर्भ और उसका चेचेरा भाई शिवम को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। दोनों के पैर में गोली लगी है। दोनों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम था। मामले में दिलीप की पत्नी प्रगति, उसके प्रेमी और मुख्य शूटर को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है। गिरफ्तारी के बाद शॅूटरों ने कई नए खुलासे किए हैं। पलिया नहर के पास गेहूं के खेत में जब हमलावरों ने हाइड्रा कारोबारी दिलीप पर हमला बोल दिया। तब वह भी बचाव में भिड़ गया। खुद को बचाने के लिए वह जान पर खेल गया और शोर मचाते हुए हमलावरों पर भारी पड़ने लगा। इस पर रामजी नगर ने बोला मार दो इसे। जिस पर दुर्लभ उर्फ पिंटू यादव ने अपने 315 बोर के तमंचे से उसके सिर में सटाकर गोली मार दी। जिससे वह खून से लथपथ होकर जमीन पर गिर पड़ा। और शांत हो गया।
दिबियापुर में रहने वाले दिलीप यादव की शादी फफूंद के सियापुर गांव में रहने वाली बड़े भाई की साली प्रगति से पांच मार्च को हुई थी। प्रगति का हजियापुर निवासी अनुराग यादव से प्रेम-प्रसंग था। दोनों ने हाइड्रा कारोबारी दिलीप की हत्या कर उसकी संपत्ति हथियाने की साजिश रची। इसके लिए अनुराग ने हिस्ट्रीशीटर रामजी नागर को सुपारी दी। रामजी नागर ने अपने दो साथियों दुर्लभ यादव और शिवम के साथ मिलकर 19 मार्च को दिलीप पर हमला किया था। तीन दिन बाद उसकी मौत हो गई थी। गुरुवार रात को शहबाजपुर बंबा के सर्विलांस और सहार थाना पुलिस ने बाइक सवार दो युवकों को रुकने का इशारा किया। इस पर दोनों ने फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में पैर में गोली लगने से दोनों घायल हो गए। इनकी पहचान दुर्लभ और शिवम के रूप में हुई। दोनों के पास से दो तमंचे व कारतूस मिले हैं।
दुर्लभ कश्यप कौन
बताया जा रहा है कि उज्जैन के गैंगस्टर दुर्लभ कश्यप की उम्र महज 20 साल की थी, लेकिन उसने लोगों के दिल में अपना खौफ बैठा लिया था। माथे पर तिलक, आंखों में काजल और कंधे पर काला कपड़ा दुर्लभ का स्टाइल स्टेटमेंट था। 6 सितंबर 2020 को हुए गैंगवार में उसकी मौत हो गई थी।
पुलिस जल्द प्रस्तुत करेगी चार्जशीट
हत्या का खुलासा कर हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के बाद अब पुलिस साक्ष्य संकलन में जुटेगी। पुलिस का कहना है कि जल्द ही साक्ष्य संकलन का कार्य पूरा करके इनके खिलाफ चार्जशीट कोर्ट में प्रस्तुत की जाएगी। ताकि इन हत्यारोपितों को कड़ी सजा दिलाई जा सके।
गैंग्स्टर दुर्लभ कश्यप के नक्शेकदम पर आगे बढ़ रहा
उज्जैन के दुर्लभ कश्यप के नक्शेकदम पर आगे बढ़ रहे दिबियापुर के चमरौआ गांव निवासी दुर्लभ भी लोगों में अपने नाम का खौफ कायम करना चाहता है। दिलीप के सिर में सटा कर तमंचे से फायर कर दिया। उसे मरा समझ कर भाग खड़े हुए। बीती रात अपने चचेरे भाई शिवम के साथ पुलिस मुठभेड़ में पकड़ा गया दुर्लभ उर्फ पिंटू यादव ने बताया कि हमारे साथी रामजी नागर उर्फ चौधरी ने मिल कर अनुराग एवं प्रगति के कहने पर दो लाख रुपये में हाईड्रा कारोबारी दिलीप कुमार की हत्या की डील हुई थी। दिलीप हाइड्रा चला रहा था। उसको 19 मार्च 2025 को बेला की तरफ से पीछा करके पटना नहर पुल पर हाइड्रा खड़ा कराकर बिजली का पोल लगवाने की बात कहकर अपनी मोटर साइकिल अपाचे में बैठाया। जिसे रामजी चला रहा था। उसके बाद दुर्लभ बैठा था। दुर्लभ के पीछे दिलीप बैठा था। दिलीप के पीछे शिवम बैठा था। एक अन्य स्पलेण्डर मोटर साइकिल शिवम लेकर आया था। जिसे पटना नहर पुल के पास छिपा दिया था। फिर तीनों लोग सफेद अपाचे बाइक से दिलीप को लेकर पलिया नहर पुल के दूसरी पार थोड़ी दूर गेहूं के खेत में ले जाकर तमंचे के बट से मारापीटा। जब दिलीप हम लोगों से हाथापाई करने लगा तो सभी लोगों ने कहा इसे जान से मार दो। इस पर दुर्लभ ने दिलीप के सिर के पीछे के हिस्से में सटा कर 315 बोर के तमंचे से गोली मार दी। हम सभी लोग मिल कर दिलीप की हत्या करना चाह रहे थे क्योंकि अनुराग और प्रगति भी दिलीप को अपने रास्ते से हटा कर उसकी दौलत हथियाना चाह रहे थे।