अकाल तख्त साहिब का बड़ा फैसला, सुखबीर बादल को घोषित किया ‘तनखैया’, जाने क्या होती है यह सजा?
चंडीगढ़ । अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघुबीर सिंह ने शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष एवं पूर्व उपमुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल को धार्मिक सजा सुनाते हुए तनखैया करार दिया है। सुखबीर बादल एक सामान्य सिख श्रद्धालु की तरह 15 दिन के भीतर अकाल तख्त साहिब पर पेश होंगे। इस बीच सुखबीर बादल ने अकाल तख्त जत्थेदार के फैसले को कबूल कर लिया है।
पंजाब में लोकसभा चुनाव के बाद से ही अकाली दल में फूट पैदा होने के चलते अकाली दल के बागी गुट ने 1 जुलाई को श्री अकाल तख्त साहिब पर पहुंचकर जत्थेदार को माफीनामा दिया था, जिसमें सुखबीर बादल के कार्यकाल में हुई चार गलतियों पर माफी मांगी गई थी। इनमें सबसे अहम डेरा सच्चा सौदा मुखी राम रहीम को माफी देने की गलती मानी गई है। 2015 में फरीदकोट के बरगाड़ी में बेअदबी की सही जांच न होने के लिए भी माफी मांगी गई थी। इसके अलावा आईपीएस अधिकारी सुमेध सैनी को डीजीपी बनाने और मुहम्मद इजहार आलम की पत्नी को विधानसभा चुनाव का टिकट देने की भी गलती मानी गई।
पांचों तख्तों के सिंह साहिबानों की पिछली बैठक में सुखबीर बादल को नोटिस जारी किया गया था, जिसका जवाब देते हुए सुखबीर बादल ने अपनी गलतियों को स्वीकार कर लिया था। सुखबीर बादल के जवाब के बाद शुक्रवार को अकाल तख्त साहिब का फैसला आने से पहले उन्होंने अकाली दल अध्यक्ष पद को छोड़ दिया था। गुरुवार की रात पूर्व सांसद बलविंदर सिंह भूंदड़ को अकाली दल का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया गया था। शुक्रवार को अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी रघुबीर सिंह ने सुखबीर बादल को तनखैया (दोषी) करार देते हुए कहा कि अकाली दल प्रधान और डिप्टी सीएम रहते हुए सुखबीर बादल ने कुछ ऐसे फैसले लिए, जिससे पंथक स्वरूप को नुकसान पहुंचा है।
अकाल तख्त जत्थेदार ने कहा कि सुखबीर बादल एक साधारण सिख की तरह अकाल तख्त पर आकर अपने गुनाहों की माफी मांगें। सुखबीर बादल 15 दिन के भीतर अकाल तख्त पर पेश हों। इसी बीच अकाली दल प्रवक्ता एवं पूर्व मंत्री दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि अब सुखबीर बादल अकाल तख्त में पेश होंगे। उसके बाद उन्हें गुनाह बताए जाएंगे, जिस पर सुखबीर बादल अपना पक्ष रखेंगे। अकाल तख्त से सुखबीर बादल को दोषी करार दिए जाने के बाद उन्होंने ट्वीट करके कहा कि दास अपना सिर झुकाते हुए मिरी पीरी के सबसे ऊंचे स्थान श्री अकाल तख्त साहिब के आदेश को स्वीकार करता है। आदेश के मुताबिक मैं जल्द ही श्री अकाल तख्त साहिब के सामने पेश होकर क्षमा याचना करूंगा।