फर्जी कार्ड बनाकर आयुष्मान योजना में बड़ा फर्जीवाड़ा, ED की 19 ठिकानों पर रेड
नई दिल्ली । फर्जी आयुष्मान कार्ड बनाकर मरीजों का इलाज करने के नाम पर सरकार से रकम वसूलने के मामले में ईडी जांच कर रही है। इस मामले में ईडी ने दिल्ली, चंडीगढ़, पंजाब और हिमाचल प्रदेश के 19 ठिकानों पर छापेमारी की है। आरोप है कि प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत फर्जी आयुष्मान कार्ड बना दिए गए। इसके बाद इन फर्जी कार्डों के आधार पर मेडिकल बिल भी तैयार कर लिए गए। इन बिलों के एवज में भारी रकम सरकार से वसूल ली गई। इन मामलों में सरकार को बड़ा नुकसान हुआ है। ईडी सूत्रों के अनुसार इस मामले में कई बड़े लोगों के नाम भी सामने आए हैं।
कांग्रेस विधायक के अस्पताल में फ्रॉड का मामला
हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा, ऊना, शिमला, मंडी और कुल्लू में ऐसे मामले सामने आए हैं। बांके बिहारी हॉस्पिटल, फोर्टिस हॉस्पिटल जैसे अस्पतालों के भी नाम इस केस में शामिल हैं। इसके अलावा हिमाचल के कांगड़ा जिले की नगरोटा सीट से विधायक आरएस बाली का भी नाम आया है। वह हिमाचल प्रदेश पर्यटन निगम के वाइस-चेयरमैन भी हैं। इसके अलावा कांगड़ा में स्थित श्री बालाजी हॉस्पिटल के डॉ. राजेश शर्मा का नाम भी इस फ्रॉड में आया है। उन्हें हिमाचल प्रदेश के सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू का करीबी माना जाता है।
किसी भी एडमिल का फर्जी बिल तैयार कर राशि निकाला
बता दें कि ऐसे कई मामले सामने आते रहे हैं, जिनमें किसी और के आयुष्मान कार्ड पर दूसरे का इलाज कर दिया गया। यही नहीं कई मामले ऐसे भी सामने आए, जब बिना किसी के एडमिट हुए या फिर इलाज किए ही बिल तैयार कर लिए गए। ऐसे में ईडी की ओर से इस मामले की जांच करना मायने रखता है। इस केस में कई बड़े अस्पतालों और हस्तियों के नाम भी सामने आए हैं, जो चौंकाने वाला है। बता दें कि आयुष्मान योजना के तहत 5 लाख रुपये का मुफ्त इलाज गरीब परिवारों के लोग करा सकते हैं।