शंभू बॉर्डर पर पिछले 25 दिनों से अनशन पर डल्लेवाल, SC ने पंजाब सरकार से पूछा ये सवाल?
नई दिल्ली। किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल शंभू बॉर्डर पर पिछले 25 दिनों से अनशन पर हैं। वह किसानों से जुड़े मसलों पर सरकार से बातचीत करने की मांग पर अड़े हुए हैं। सुप्रीम कोर्ट ने पिछले 25 दिनों से आमरण अनशन कर रहे किसान नेता डल्लेवाल के बिगड़ते स्वास्थ्य पर संज्ञान लिया है। गुरुवार 19 दिसंबर 2024 को डल्लेवाल की हेल्थ रिपोर्ट सुप्रीम कोर्ट में पेश की गई थी। जस्टिस सूर्यकांत और जस्टिस उज्जल भूइयां की पीठ ने शुर्कवार को भी इस मामले पर सुनवाई की। किसान नेता का स्वास्थ्य बिगड़ने पर यह मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है।
शीर्ष अदालत ने स्पष्ट शब्दों में कह कि डल्लेवाल (70) के हेल्थ की पूरी जिम्मेदारी पंजाब राज्य की है। सुप्रीम कोर्ट ने पंजाब सरकार से सवाल भी पूछा कि उन्हें अभी कि किसी नजदीकी या अस्थाई अस्पताल में शिफ्ट क्यों नहीं किया गया है। पंजाब सरकार की ओर से कोर्ट में पेश हुए एडवोकेट जनरल गुरमिंदर सिंह ने इस मसले पर हलफनामा भी पेश किया। इसके जरिये पंजाब सरकार ने कोर्ट को बताया कि डल्लेवाल को अस्पताल में शिफ्ट करते वक्त उन्हें कोई दिक्कत न हो इसका ख्याल रखा जा रहा है। बता दें कि डल्लेवाल अस्पताल जाने को तैयार नहीं हैं। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 19 दिसंबर को सुनवाई के दौरान इरोम शर्मिला का भी उल्लेख किया था।
पंजाब सरकार की ओर से एडवोकेट जनरल ने डल्लेवाल की हेल्थ को लेकर कोर्ट में हलफनामा पेश किया। इसपर जस्टिस सूर्यकांत ने पूछा कि आप उन्हें (डल्लेवाल) अस्थाई अस्पताल में शिफ्ट क्यों नहीं कर सकते हैं? इस पर पंजाब के एजी गुरमीत सिंह ने बताया कि वह नहीं चाहते कि किसान नेता को किसी तरह के फिजिकल ट्रॉमा का सामना करना पड़े। बता दें कि डल्लेवाल हॉस्पिटल जाने को राजी नहीं हैं। ऐसे में अनशन स्थल पर ही डॉक्टरों की एक टीम को तैनात किया गया है।