डोडा आतंकी मुठभेड़ में शहीद हुए देहरादून के ‘लाल’ कैप्टन दीपक सिंह; CM धामी ने किया नमन
नई दिल्ली । जम्मू-कश्मीर के डोडा में बुधवार को मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने एक आतंकी को मार गिराया, जबकि देहरादून निवासी कैप्टन दीपक सिंह शहीद हो गए। इस दौरान एक स्थानीय नागरिक भी घायल हुआ। घटनास्थल से सेना को खून से सने चार बैग मिले हैं, जिससे सेना को आशंका है कि कुछ और आतंकी मारे गए हैं। सेना अधिकारियों के अनुसार, मंगलवार को उधमपुर की तहसील रामनगर के डूडू बसंतगढ़ के पहाड़ी क्षेत्र में चार आतंकियों के छिपे होने की खबर मिली थी। इसके बाद सुरक्षाबलों ने शिवगढ़-अस्सार पट्टी में तलाशी अभियान चलाया। सियोजधार इलाके में आतंकी दिखे, मगर वे धुंध का फायदा उठाकर भाग निकले। सियोजधार क्षेत्र में धुंध इतनी ज्यादा थी कि दो फुट की दूरी तक देख पाना भी मुश्किल था। इसके चलते सुरक्षाबलों को तलाशी अभियान में परेशानी आई।
आतंकियों के निकलने के बाद सुरक्षाबलों ने डोडा की तरफ घेराबंदी की। दिन के उजाले में तलाशी फिर से शुरू की गई। अधिकारियों ने बताया कि बुधवार सुबह करीब 7:30 बजे डोडा में मुठभेड़ हुई। अभियान के दौरान कैप्टन दीपक सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए। उन्हें सैन्य अस्पताल में ले जाया गया, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली।
खून से लथपथ मिले चार बैग
अधिकारियों के अनुसार, मुठभेड़ के दौरान डोडा में सेना को खून से लथपथ चार बैग मिले। इसी के आधार पर सेना के अधिकारी चार आतंकियों के मारे जाने की संभावना जता रहे हैं। घटनास्थल से अमेरिका की एम-4 राइफल और तीन बैग में विस्फोटक भी मिले हैं। इस क्षेत्र में सेना की तलाशी अभियान जारी है।
दो माह में 13 जवान शहीद हो चुके
बीती नौ जून को जम्मू-कश्मीर के रियासी में शिव खोड़ी से कटरा जा रही बस पर आतंकवादियों ने हमला किया था, इसमें नौ लोगों की मौत हो गई थी। यह जम्मू-कश्मीर में इस साल का सबसे बड़ा आतंकी हमला था। बीते दो महीने के भीतर आतंकी हमलों में सुरक्षाबलों के 13 जवान शहीद हो चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने किया नमन
मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने जम्मू कश्मीर के डोडा में आतंकियों से मुठभेड़ में सर्वोच्च बलिदान देने वाले देहरादून निवासी कैप्टन दीपक सिंह को नमन किया। उन्होंने कहा कि मां भारती की सेवा में वीर सपूत का यह बलिदान युवाओं में राष्ट्रभक्ति का संचार करता रहेगा। उन्होंने ईश्वर से पुण्यात्मा को श्रीचरणों में स्थान देने के साथ शोक संतप्त परिजनों को दु:ख सहने की शक्ति प्रदान करने की कामना की। सरकार शहीद के परिवार के साथ खड़ी है।