धनतेरस पर जोहो के फाउंडर बोले- Gold निवेश नहीं… फाइनेंशियल रिस्क के बदले इंश्योरेंस है…
नई दिल्ली। बीते एक साल के दौरान गोल्ड (Gold Price) ने सबका ध्यान अपनी तरफ खींचा है। सोने के भाव इस समय सातवें आसमान (Seventh Heaven) पर हैं। जिसकी वजह से जहां एक तरफ कई निवेशक काफी उत्साहित हैं। तो कुछ इसी तेजी में काफी सतर्कता दिखा रहे हैं। इस बीच धनतेरस (Dhanteras) के दिन जोफो (Zoho) के फाउंडर और चीफ साइंटिस्ट श्रीधर वेम्बू (Sridhar Vembu) का बयान गोल्ड पर आया है। उन्होंने शनिवार को सोने को लेकर कहा कि यह सिर्फ एक परंपरागत निवेश नहीं है। बल्कि सिस्टेमेटिक फाइनेंशियल रिस्क के बदले इंश्योरेंस है।
श्रीधर वेम्बू का बयान ऐसे दिन आया है जब बड़ी संख्या में भारतीय धनतेरस के दिन सोना खरीदते हैं। भारतीय परिवारों में सोना खरीदना इस दिन काफी शुभ माना जाता है। उनका बयान मार्केट में तेजी के बीच आया है।
क्या कुछ लिखा है जोहो के फाउंडर ने
एक्स पर श्रीधर वेम्बू पोस्ट करते हैं, “मुझे नहीं लगता है कि गोल्ड एक इंवेस्टमेंट है। मेरे अनुसार यह सिस्टेमेटिग फाइनेंशियल रिस्क के लिए इंश्योरेंस है।” उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर बढ़ते कर्ज की वजह से फाइनेंशियल सिस्टम्स का विश्वास प्रभावित हो सकता है। ऐसी स्थिति में सोना एक सुरक्षित विकल्प रहेगा। वेम्बू आगे कहते हैं कि वित्तीय व्यवस्था बहुत हद तक विश्वास पर निर्भर है। ग्लोबल स्टेज पर डेट का उच्चतम स्तर तक जाना उस विश्वास के लिए अच्छा नहीं है।
12 महीने में 63% चढ़ा गोल्ड
पिछले 12 महीने में गोल्ड की कीमतों में 63 प्रतिशत की तेजी आई है। बीते धनतेरस पर 10 ग्राम गोल्ड का भाव 78840 रुपये पर था। अब यह 1.30 लाख रुपये के करीब है। किसी निवेशक ने अगर पिछले साल धनतेरस पर 1 लाख रुपये का निवेश सोने में किया होगा उसे आज की तारीख में 63000 रुपये का फायदा हो चुका है।
