मप्र में फिर शुरू हुआ झमाझम बारिश का दौर, इंदौर में नौ घंटे में तीन इंच वर्षा

– 26 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट, इंदौर में शनिवार को स्कूल-आंगनबाड़ी केन्द्रों की छुट्टी

भोपाल। मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में स्ट्रॉन्ग सिस्टम सक्रिय (Strong system active) होने के कारण एक बार फिर तेज बारिश (heavy rain) का दौर शुरू हो गया है। शुक्रवार को राजधानी भोपाल, इंदौर समेत प्रदेश के अधिकांश जिलों में झमाझम बारिश हुई। इंदौर में 9 घंटे में सबसे ज्यादा तीन इंच बारिश रिकॉर्ड (three inches rain record) की गई। कलेक्टर आशीष सिंह ने शनिवार को जिले के सभी सरकारी और निजी स्कूलों समेत आंगनबाड़ी में छुट्‌टी घोषित कर दी है। वहीं, भोपाल में दो इंच पानी गिरा। केरवा डैम के चार गेट खोलने पड़े। रात में बड़ा तालाब के वाटर लेवल बढ़ने के बाद भदभदा डैम का भी एक गेट खोला गया।

मौसम विभाग की मानें तो अलग-अलग स्थानों पर कम दबाव के दो प्रभावशाली क्षेत्र बने रहने के कारण मध्य प्रदेश में अच्छी वर्षा का सिलसिला शुरू हो गया है। अगले 24 घंटे के दौरान पूरे प्रदेश में हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है। विशेषकर इंदौर, उज्जैन, संभाग के जिलों में कहीं-कहीं भारी वर्षा होने की संभावना है।

भोपाल के मौसम विज्ञान केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार, पश्चिम बंगाल एवं उससे लगे झारखंड के आसपास कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इसके शनिवार को झारखंड पहुंचने की संभावना है। बंगाल की खाड़ी में भी हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है। अरब सागर एवं उससे लगे महाराष्ट्र कोस्ट में भी एक कम दबाव का क्षेत्र मौजूद है। मानसून द्रोणिका वर्तमान में बीकानेर, सीकर, उरई, चुर्क, देहरी, पश्चिम बंगाल से होकर झारखंड पर बने कम दबाव के क्षेत्र से होकर बंगाल की खाड़ी तक जा रही है। महाराष्ट्र के तट से कर्नाटक के तट तक एक अपतटीय द्रोणिका बनी हुई है। इसके अतिरिक्त एक पश्चिमी विक्षोभ पाकिस्तान के आसपास द्रोणिका के रूप में बना हुआ है।

वरिष्ठ मौसम विशेषज्ञ अजय शुक्ला ने बताया कि अलग-अलग स्थानों पर बनी मजबूत मौसम प्रणालियों के असर से मध्यप्रदेश में अच्छी वर्षा का सिलसिला शुरू हो गया है। साथ ही शनिवार से पूरे प्रदेश में वर्षा की गतिविधियों में और तेजी आने की भी उम्मीद बढ़ गई है। इंदौर-उज्जैन समेत 26 जिलों में तेज बारिश होने का अनुमान है। इसके बाद भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट है। 25 अगस्त से सिस्टम और मजबूत हो जाएगा।

शुक्रवार को इंदौर-उज्जैन में भारी बारिश हुई। उज्जैन में शिप्रा नदी में उफान आया। रामघाट के सारे मंदिर और छोटा पुल पानी में डूब गया। ऐसे में दोपहर तक पुल से आवाजाही बंद रही। इस सीजन में अब तक उज्जैन शहर में 577 मिलमीटर बरसात हो चुकी है। शुक्रवार सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक इंदौर में 71, खंडवा में 62, भोपाल में 53, छिंदवाड़ा में 46, गुना में 30, सीधी में 15, रतलाम में 12, धार में आठ, मंडला में छह, सतना में दो और उज्जैन में 0.6 मिलीमीटर वर्षा हुई।

शनिवार को स्कूलों में रहेगी छुट्टी
इंदौर शहर में लगातार हो रही बारिश के कारण आंगनबाड़ी और स्कूलों में शनिवार को छुट्टी घोषित की गई है। कलेक्टर आशीष सिंह ने लगातार बारिश के कारण 24 अगस्त को आंगनबाड़ी केंद्रों और शासकीय व अशासकीय विद्यालयों में कक्षा 12वीं तक अवकाश घोषित किया है। शनिवार को छुट्टी होने से विद्यार्थियों को लगातार तीन दिन की छुट्टी मिलेगी। सोमवार को भी जन्माष्टमी का अवकाश रहेगा।

दरअसल, इंदौर में शुक्रवार को सुबह से शहर तेज बौछारों से शहर तरबतर हुआ। इस सीजन में पहली बार शुक्रवार को विगत 24 घंटे में इंदौर में सर्वाधिक वर्षा शहरवासियों ने देखी। शहर में 12 घंटे में 141.8 मिमी वर्षा दर्ज हुई, इसमें शाम 5.30 बजे बाद तीन घंटे में 71.8 मिमी वर्षा दर्ज हुई। शाम 4 बजे बाद से वर्षा निरंतरता ने नगर निगम व प्रशासन के अफसरों की चिंता भी बढ़ाई। बीआरटीएस सहित के कई चौराहें व सड़कों पर जलजमाव हुआ और इसके कारण सड़कों पर ट्रैफिक जाम की स्थिति भी निर्मित हुई। कार व दोपहिया चालक कई घंटों तक ट्रैफिक में फंसे रहे। विजयनगर, दवा बाजार सहित शहर के कई इलाकों में वाहन चालक परेशान हुए। मौसम विज्ञानियों द्वारा इंदौर में शनिवार व रविवार को ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है और शहर में अति भारी वर्षा की संभावना जताई गई है।

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