गुजरात में भारी बारिश से आफत, कई इलाकों में भारी जलभराव; CM पटेल का सख्‍त निर्देश

नई दिल्‍ली । गुजरात में भारी बारिश का सिलसिला जारी है। वडोदरा के कई इलाकों में भारी जलभराव हो गया है। इसी बीच मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने गांधीनगर में स्टेट इमरजेंसी ऑपरेशन सेंटर (एसईओसी) में वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए राज्य भर में भारी बारिश के बाद किए जा रहे राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की। राज्य में बारिश से संबंधित घटनाओं में कम से कम सात लोगों की मौत हो गई है। वहीं 15,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया और 300 से ज्यादा को बचाया गया है।

राहत रसोई की व्यवस्था करने को लेकर डिटेल रिपोर्ट सौंपी

बैठक के दौरान पटेल ने जिला कलेक्टरों और नगर निगम आयुक्तों से लोगों को जल्द से जल्द सुरक्षित स्थानों पर भेजने, बचाव कार्यों, आवश्यक आपूर्ति की उपलब्धता और राहत रसोई की व्यवस्था करने को लेकर डिटेल रिपोर्ट ली। एसईओसी में हुई बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव पंकज जोशी और एमके दास के साथ-साथ राजस्व, ऊर्जा, स्वास्थ्य, जल आपूर्ति, सड़क और भवन आदि विभागों के वरिष्ठ अधिकारी भी शामिल हुए। इस बैठक के दौरान मंगलवार, 27 अगस्त को सुबह 10 बजे तक राज्य में कुल 99.66 प्रतिशत बारिश हुई थी।

लोगों को उफनती नदियों या झरनों के पास जाने से रोकें

कच्छ क्षेत्र में औसत बारिश 116.79 प्रतिशत, उत्तरी गुजरात में 79.99 प्रतिशत, सौराष्ट्र में 101.52 प्रतिशत, दक्षिण गुजरात में 108.20 प्रतिशत और मध्य गुजरात में 98.74 प्रतिशत बारिश दर्ज की गई। पिछले 24 घंटों में राज्य के 33 जिलों के 251 तालुकाओं में बारिश हुई, जिसमें मोरबी जिले के टंकारा तालुका में सबसे ज्यादा 347 मिमी बारिश हुई। पिछले 24 घंटों में दर्ज की गई औसत बारिश 94.20 मिमी थी। सीएम ने सभी जिला कलेक्टरों को निर्देश दिया कि वे लोगों को उफनती नदियों या झरनों के पास जाने से रोकें और पुलिस की मदद से इस पर सख्ती से अमल करें।

राहत और बचाव कार्यों के लिए सेना की छह टुकड़ियां तैनात

बैठक में इस बात पर जोर डाला गया कि राज्य सरकार ने प्राकृतिक आपदा के दौरान राहत एवं चाव कार्यों में मदद के लिए सेना की छह टुकड़ियां तैनात की हैं। इसके अतिरिक्त, एनडीआरएफ की 14 और एसडीआरएफ की 22 टीमें आपदा प्रबंधन में मदद कर रही हैं। देवभूमि द्वारका, आनंद, वडोदरा, खेड़ा, मोरबी और राजकोट जिलों में राहत और बचाव कार्यों के लिए सेना की छह टुकड़ियां तैनात की गई हैं। इसके अलावा, नौसेना और तटरक्षक बल भी राहत और बचाव प्रयासों में शामिल हो गए हैं।