भारत के अनुभवी खिलाड़ी सौरव घोषाल ने पेशेवर स्क्वैश से लिया संन्यास

नई दिल्ली । भारतीय स्क्वैश खिलाड़ी सौरव घोषाल ने सोमवार को पेशेवर स्क्वैश से संन्यास की घोषणा की है। अपने 22 साल के कैरियर के दौरान घोषाल ने 10 प्रोफेशनल स्क्वैश एसोसिएशन (पीएसए) खिताब और राष्ट्रमंडल खेल (सीडब्ल्यूजी) और एशियाई खेलों में कई पदक जीते। 37 वर्षीय खिलाड़ी विश्व स्क्वैश रैंकिंग में शीर्ष 10 में भी रह चुके हैं। वह अप्रैल 2019 में शीर्ष 10 में पहुंचे और छह महीने तक वहां रहे।

घोषाल ने सोमवार को इंस्टाग्राम पर लिखा, “मैंने 22 साल पहले पीएसए वर्ल्ड टूर पर अपनी यात्रा शुरू की थी। उस समय, मैंने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि मैं इतने लंबे समय तक पेशेवर स्क्वैश खेलूंगा। जब मैंने दुनिया भर में यात्रा की, हमारे अद्भुत खेल के कुछ सबसे बड़े मंचों पर खेलते हुए, मैंने सोचा कि इसका कभी अंत नहीं होगा। लेकिन, हमेशा एक अंतिम बिंदु होता है। यह संदेश लिखते समय मैं भावनाओं से अभिभूत हूं। यह खेल इतने वर्षों से मेरा जुनून, मेरी आजीविका और मेरी पहचान रहा है। इसलिए, गर्व से भरे दिल और दुख की लहर के साथ, मैं पीएसए से अपनी सेवानिवृत्ति की घोषणा करता हूं।”

उन्होंने आगे लिखा, “इन पिछले 2 दशकों ने मुझे एक व्यक्ति के रूप में आकार दिया है और मुझे मिले अवसरों के लिए मैं सदैव आभारी हूं। मुझे उम्मीद है कि मैंने खुद को गरिमा के साथ संचालित किया है और खेल को ‘सही तरीके से’ खेला है। मैं अपने दादा-दादी, अपने पिता, अपनी पत्नी और अपने प्यारे परिवार के बाकी सदस्यों के बिना इतनी दूर तक नहीं पहुंच पाता। मुझे वह व्यक्ति बनाने के लिए धन्यवाद जो मैं हूं। मैल्कम विलस्ट्रॉप के विशेषज्ञ मार्गदर्शन के बिना मैं आधा पेशेवर खिलाड़ी भी नहीं होता।”

सौरव ने 2003 में पीएसए में पदार्पण किया था। उन्होंने 10 पीएसए खिताब हासिल किए हैं और उस स्तर पर 18 फाइनल में पहुंचे हैं। पीएसए टूर में उन्होंने अपने 511 मैचों में से 281 जीते हैं।

पीएसए वर्ल्ड टूर स्क्वैश खिलाड़ियों के लिए एक पेशेवर सर्किट है, जो टेनिस में एटीपी और डब्ल्यूटीए और बैडमिंटन में बीडब्ल्यूएफ के समान है।

घोषाल की अंतिम पीएसए खिताब जीत नवंबर 2021 में मलेशियाई ओपन स्क्वैश चैंपियनशिप थी, जहां उन्होंने कोलंबिया के मिगुएल रोड्रिगेज को हराया था। उनकी अंतिम पीएसए टूर उपस्थिति 2024 विंडी सिटी ओपन में थी जहां वह 64 के राउंड में यूएसए के टिमोथी ब्राउनेल से हार गए थे।

घोषाल ने 2006, 2010, 2014, 2018 और 2022 संस्करणों में नौ एशियाई खेलों में पदक हासिल किए, जिसमें हांग्जो 2022 और इंचियोन 2014 स्पर्धाओं में एक टीम स्वर्ण भी शामिल है।

उनके पास तीन सीडब्ल्यूजी पदक भी हैं, जिसमें 2022 में बर्मिंघम में दीपिका पल्लीकल के साथ मिश्रित युगल में रजत पदक भी शामिल है। वह उसी स्पर्धा में एकल प्रतियोगिता में सीडब्ल्यूजी स्क्वैश पदक हासिल करने वाले पहले भारतीय पुरुष खिलाड़ी भी बने।

उन्होंने 2022 ग्लासगो प्रतियोगिता में मिश्रित स्पर्धा में हमवतन दीपिका पल्लीकल कार्तिक के साथ साझेदारी करके विश्व युगल चैंपियनशिप का स्वर्ण पदक भी जीता है। घोषाल का घरेलू सर्किट पर भी शानदार करियर रहा है और उन्होंने 13 राष्ट्रीय खिताब अपने नाम करने का रिकॉर्ड बनाया है।