सर आपकी टोन ठीक नहीं, राज्यसभा में फिर भिड़े जया बच्चन और जगदीप धनखड़
नई दिल्ली। एक बार फिर ऊपरी सदन में जया बच्चन अमिताभ बच्चन को लेकर विवाद खड़ा हो गया। इस हफ्ते में ऐसा दो बार हो चुका है, जब सांसद जया बच्चन को अध्यक्ष ने उनके पति और सुपर स्टार अमिताभ बच्चन के नाम से जोड़ कर पुकारा है। जया बच्चन हर बार इस प्रथा का विरोध करती नजर आई है। शुक्रवार दोपहर, फिर उन्होंने इसका विरोध किया। हालांकि, इस बार स्पीकर धनखड़ नाराज हो गए और उन्होंने जवाब दिया, मैं इसे स्कूल नहीं बना सकता। इस पर कांग्रेस की नेता सोनिया गांधी के नेतृत्व में विपक्षी दलों ने समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन के समर्थन में एक बार फिर राज्यसभा से वॉक आउट कर दिया।
ये वाद विवाद तब शुरू हुआ, जब अध्यक्ष जगदीप धनखड़ ने फिर उन्हें जया अमिताभ बच्चन कह कर पुकारा। इस पर सपा सांसद ने कहा, सर मैं जया अमिताभ बच्चन ये कहना चाहती हूं कि मैं एक कलाकार हूं, मैं एक्सप्रेशन और बॉडी लैंग्वेज समझती हूं, इसलिए माफ कीजिए मैं ये कहना चाहती हूं कि आपका टोन जो है वो स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने कहा, हम सब यहां सहयोगी हैं और आप उस चेयर पर बैठे हो सकते हैं। हालांकि इसके आगे वो कुछ बोलतीं उससे पहले ही स्पीकर जगदीप धनखड़ ने उन्हें बैठने को कहा और प्रतिक्रिया देने लगे।
स्पीकर ने कहा, जया जी आपने बड़ी प्रतिष्ठा कमाई है। आप जानती हैं, एक एक्टर डायरेक्टर के अंडर में होता है, जो मैं हर दिना यहां से देखता हूं, वो आपने कभी नहीं देखा। मैं बार-बार ये दोहराना नहीं चाहता, मैं इसे स्कूल नहीं बनने देना चाहता हूं। उन्होंने आगे कहा, आप कुछ भी होंगी, सेलिब्रिटी होंगी, लेकिन आपको मर्यादा बनाए रखनी होगी। मैं ये सब बर्दाश्त नहीं करूंगा। इसके बाद विपक्षी सांसदों ने जया बच्चन के समर्थन में राज्यसभा से वॉक आउट कर दिया।
सदन से बाहर समाजवादी पार्टी की सांसद जया बच्चन ने कहा, मैंने सभापति के लहजे पर आपत्ति जताई। हम स्कूली बच्चे नहीं हैं। हममें से कुछ वरिष्ठ नागरिक हैं। मैं उनके लहजे से परेशान थी और खासकर जब विपक्ष के नेता बोलने के लिए खड़े हुए, तो उन्होंने माइक बंद कर दिया, आप ऐसा कैसे कर सकते हैं?
उन्होंने कहा, आपको विपक्ष के नेता को बोलने की अनुमति देनी होगी, मेरा मतलब है हर बार असंसदीय शब्दों का इस्तेमाल करना, जो मैं आप सबके सामने नहीं कहना चाहती.. आप उपद्रवी हो, बुद्धिहीन हो। बच्चन ने कहा उन्होंने कहा कि आप सेलिब्रिटी हो सकती हैं, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। मैं उनसे परवाह करने के लिए नहीं कह रही हूं। मैं कह रही हूं कि मैं संसद की सदस्य हूं। यह मेरा पांचवां कार्यकाल है। मैं जानती हूं कि मैं क्या कह रही हूं। आजकल संसद में जिस तरह से बातें कही जा रही हैं, पहले कभी किसी ने नहीं बोलीं। इसलिए मैं माफी की मांग करती हूं।