राहुल गांधी का आरोप, पीएम मोदी सीधी बहस करने से बच रहे हैं, सवालों का जवाब नहीं दे सकते

नई दिल्‍ली। राहुल गांधी ने दिल्ली में चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्‍होंने कहा कि पीएम मोदी अडानी लिंक के कारण 2024 के लोकसभा चुनावों में मुझसे बहस नहीं करेंगे। राहुल गांधी ने शनविार को आरोप लगाया कि पीएम मोदी सीधी बहस करने से बच रहे हैं। वह पसंदीदा व्यापारियों के साथ संबंधों, चुनावी बॉन्ड के दुरुपयोग के सवालों का जवाब नहीं दे सकते।

दिल्ली में कांग्रेस द्वारा आयोजित चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए गांधी ने अपनी पार्टी और आम आदमी पार्टी (आप) दोनों के कार्यकर्ताओं से सहयोग करने और राष्ट्रीय राजधानी की सभी सात लोकसभा सीटों पर अपने गठबंधन की जीत सुनिश्चित करने का आग्रह किया। गांधी ने कहा, प्रधानमंत्री मोदी अपने पसंदीदा पत्रकारों को लगातार साक्षात्कार दे रहे हैं, लेकिन वे मेरे साथ बहस नहीं करेंगे, क्योंकि उन्हें पता है कि वे मेरे सवालों का जवाब नहीं दे सकते।

उन्‍होंने कहा, प्रधानमंत्री मोदी कांग्रेस को अडानी-अंबानी से टेंपो-लोड पैसा मिलने की बात करते हैं, लेकिन वे इसकी जांच कराने की हिम्मत नहीं जुटा पाते। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, मैं प्रधानमंत्री मोदी के साथ जब भी और जहां भी वह चाहें, बहस करने के लिए तैयार हूं, लेकिन मुझे यकीन है कि वह नहीं आएंगे। पहला सवाल मैं प्रधानमंत्री मोदी से पूछूंगा कि अडानी के साथ उनका क्या संबंध है, इसके बाद मैं उनसे चुनावी बांड के बारे में पूछना चाहता हूं। गांधी ने कहा कि इन दो सवालों के बाद बहस खत्म हो जाएगी, लेकिन वह प्रधानमंत्री से यह भी पूछना चाहते हैं कि उन्होंने कोविड महामारी के दौरान जनता से थाली बजाने और मोबाइल फोन फ्लैश करने का आग्रह क्यों किया।

उन्होंने कहा, वह मेरे साथ बहस में शामिल नहीं होंगे, लेकिन वह अपनी रैलियों में केवल उन्हीं मुद्दों पर बोलते हैं, जिन्हें मैं उठाता हूं। जब मैंने उनसे पूछा कि वह अडानी-अंबानी के बारे में बात क्यों नहीं करते, तो उन्होंने तुरंत इस बारे में बात की। गांधी ने मीडिया की आलोचना करते हुए आरोप लगाया कि वे 2-3 उद्योगपतियों के दोस्त हैं क्योंकि वे अपने चैनलों पर चौबीसों घंटे अंबानी की शादियाँ, बॉलीवुड सितारों से लेकर नरेंद्र मोदी तक को दिखाते हैं। उन्होंने दावा किया, फिर भी, इन मीडिया घरानों के लिए काम करने वाले स्ट्रिंगर और कैमरामैन कांग्रेस को ही वोट देंगे।

उन्होंने कहा, मुझसे ईडी द्वारा 55 घंटे तक पूछताछ करवाई, जब तक वे थक नहीं गए। उन्होंने मेरा घर छीन लिया, मैंने उनसे कहा कि मुझे आपका घर नहीं चाहिए, क्योंकि पूरा देश मेरा घर है। भाजपा में शामिल होने वालों के बारे में गांधी ने कहा कि उन्हें इससे कोई दिक्कत नहीं है। उन्होंने कहा, हमें डरपोक नेता नहीं चाहिए, हमें बब्बर शेर चाहिए। हमें वे लोग नहीं चाहिए जो सीबीआई-ईडी की कार्रवाई से डरकर कांपते हैं।

कांग्रेस और इंडिया ब्लॉक की सरकार बनने पर योजनाओं के बारे में बात करते हुए गांधी ने कहा, हम अग्निवीर योजना को कूड़ेदान में फेंक देंगे, जीएसटी को सरल बनाएंगे और बड़े उद्योगपतियों के बजाय छोटे व्यापारियों की मदद करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने छोटे व्यवसायों के लिए कुछ नहीं किया, लेकिन अडानी और अंबानी जैसे उद्योगपतियों को 16 लाख करोड़ रुपये दे दिए।

 

उन्होंने कहा, मैं कांग्रेस कार्यकर्ताओं से दिल्ली की तीन सीटों पर कांग्रेस उम्मीदवारों और चार सीटों पर आप उम्मीदवारों को वोट देने का आग्रह करता हूं। इसी तरह, मैं आप कार्यकर्ताओं से चार सीटों पर अपने पार्टी नेताओं और तीन निर्वाचन क्षेत्रों में कांग्रेस उम्मीदवारों को वोट देने का आग्रह करता हूं। भारत के दो घटक दलों के बीच सीट बंटवारे की व्यवस्था के तहत, कांग्रेस ने दिल्ली की सात लोकसभा सीटों में से तीन पर उम्मीदवार खड़े किए हैं, जबकि आप शेष चार पर चुनाव लड़ रही है।