आंध्र प्रदेश में बारिश का कहर, 15 लोगों की मौत और 130 ट्रेनें रद्द, राहत बचाव कार्य में जुटी 26 टीमें

हैदराबाद. आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में बारिश ने कहर बरपा दिया है. बाढ़ ने तबाही मचा दी है. आंध्र प्रदेश में पिछले 50 सालों का रिकॉर्ड टूट गया है. सबसे ज्यादा रिकॉर्ड एक दिन में 37 सेंटीमीटर बारिश हुई. 40 फीसदी विजयवाड़ा शहर बाढ़ के पानी में समाया है. विजयवाड़ा की बुडामेरु नदी में पानी का स्तर बढ़ने से हालात और बिगड़े हैं. अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है. तेलंगाना में भी ऐसे ही हालात हैं. बचाव के लिए एनडीआरएफ की 26 टीमें तैनाती की गई हैं. 130 ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं. प्रकाशम बैराज से विजयवाड़ा में 11 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. निचले इलाकों में अलर्ट जारी कर दिया गया है. विजयवाड़ा में भारी बारिश हो रही है.

भारतीय मौसम विभाग (आईएमडी) ने इसकी घोषणा पहले ही कर दी थी. अपने बुलेटिन में कहा था कि आंध्र प्रदेश के कई हिस्सों में शनिवार को भारी बारिश हो सकती है. इस घोषणा के साथ ऐसा होने की वजह भी बताई गई थी. मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में लो प्रेशर का सिस्टम बना, जो भारी बारिश की वजह है. उत्तर आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा से सटे पश्चिम मध्य और उससे सटे उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर कम दबाव का क्षेत्र पश्चिम और उत्तर पश्चिम की ओर बढ़ गया है. शनिवार सुबह 5:30 बजे तक यह दबाव में बदल गया.मौसम विभाग के मुताबिक, पश्चिम मध्य और निकटवर्ती उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी में 50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली. जिससे उत्तरी आंध्र प्रदेश और ओडिशा तटों पर शनिवार को 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने के साथ तूफानी मौसम तेज होने की भविष्यवाणी पहले की कर दी गई थी.

असर पश्चिम गोदावरी पर भी पड़ा जहां शुक्रवार शाम से बारिश शुरू हुई. सड़कों पर पानी भर गया और बाढ़ जैसी स्थिति बनी.बारिश और बाढ़ ने तटीय जिलों के फसलों को तबाह किया. पिछले दो दिनों में मूसलाधार बारिश के कारण कई लाख एकड़ नर्सरी और फसलें जलमग्न हो गईं. कृषि विभाग का कहना है कि कृष्णा, एनटीआर, गुंटूर, पालनाडु, एलुरु और पश्चिम गोदावरी जिलों में 47 से अधिक मंडलों में फसलों को बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है. कृषि विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक, सबसे ज्यादा मिर्च, कपास, धान और दाल की फसल को नुकसान हुआ. अनियमित मानसून के कारण कई जिलों में बुआई में देरी हुई.

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू का कहना है, 110 नावें भोजन की आपूर्ति और चिकित्सा सहायता लगाई गई हैं. मैं बाढ़ की स्थिति की निगरानी कर रहा हूं और अधिकारियों की तैनाती की गई है. कल रात से, मैंने कई बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया है. लोगों से आग्रह है वो घबराएं नहीं. हम बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कमांड और नियंत्रण केंद्र स्थापित कर रहे हैं.

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