संजय राउत बोले- शिंदे शिवसेना का भविष्य BJP में, बुलेट ट्रेन पर PM मोदी से भी किया सवाल

mo mod

नई दिल्‍ली । महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर हलचल मच गई है। शिवसेना (UBT) के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने शिंदे गुट और बीजेपी पर तीखा हमला बोला है। राउत ने कहा, “गद्दार केवल हम पर इल्जाम लगाते हैं। और राजेश मोरे कौन हैं, हमें तो पता भी नहीं।” उनके तेवरों में गुस्सा और चुनौती साफ झलक रही है।

संजय राउत ने प्रताप सरनाइक और एकनाथ शिंदे की उपलब्धियों पर सवाल उठाते हुए इसे केवल ध्यान भटकाने की चाल बताया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि ठाणे जाना कोई मुद्दा नहीं, वे तो कल ही ठाणे जाकर लौट चुके हैं। राउत ने पार्टी के पुराने स्तंभ राजन विचारे की तारीफ करते हुए कहा कि यदि वे नहीं होते तो शिंदे गुट की स्थिति भी इतनी मजबूत नहीं होती।

सतीश प्रधान के टिकट मामले पर उन्होंने शिंदे गुट पर निशाना साधते हुए कहा, “बालासाहेब ठाकरे ने स्वयं उन्हें उम्मीदवार बनाया था। अब शिंदे गुट की मानसिकता पर चर्चा समाप्त हो चुकी है।” राउत ने यह भी जोर देकर कहा कि उनकी पार्टी किसी भी धमकी से डरने वाली नहीं है।

संजय राउत ने शिंदे गुट के धीरे-धीरे बीजेपी में विलय की ओर बढ़ने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “हमने कभी बालासाहेब ठाकरे के साथ किसी और का फोटो नहीं लगाया। अरे पीएम मोदी से बड़ा फोटो लगाओ न आनंद दिघे का!” राउत ने चेतावनी दी कि शिवसेना (UBT) अपने सिद्धांतों पर अडिग रहेगी।

बुलेट ट्रेन परियोजना पर भी उन्होंने सवाल उठाए। राउत ने कहा, “बुलेट ट्रेन बनने दो, लेकिन हमारा विरोध है, क्योंकि हमने इसकी कभी मांग नहीं की थी। दिल्ली से मुंबई क्यों नहीं जोड़ा गया? सिर्फ मुंबई को गुजरात से जोड़ने की इतनी जल्दी क्यों?” उन्होंने मुंबई के ट्रैफिक और आधारभूत सुविधाओं पर राज्य सरकार को भी घेरा और पूछा, “क्या इस पर कोई जवाब है?”

राउत ने शंभुराज देसाई और आनंद दिघे के मामले पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “आप गद्दार हैं… आनंद दिघे जैसे सम्मानित नेता के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं।” उन्होंने बताया कि दिघे साहेब ने ठाणे को चुना और महाराष्ट्र में पार्टी को मजबूत किया।

संजय राउत ने आगामी घटनाओं का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि उद्धव ठाकरे 4 अक्टूबर को पुणे और मराठवाड़ा का दौरा करेंगे। उन्होंने देवेंद्र फडणवीस और मनसे प्रमुख राज ठाकरे की मुलाकातों को महाराष्ट्र में तनाव पैदा करने की कोशिश बताया।

अंत में राउत ने बीजेपी नेताओं पर हमला करते हुए कहा कि विधायक होने के बावजूद वे मर्यादा नहीं रखते और विधानसभा में मारपीट करते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि धमकियों से डरने वाले नहीं हैं और अपने विचार खुलकर रखेंगे।

राजनीतिक गलियारों में अब यह चर्चा तेज है कि शिवसेना (UBT) शिंदे गुट और बीजेपी के गठजोड़ के खिलाफ कितनी मजबूती से खड़ी रहेगी। संजय राउत के तेवरों ने पार्टी कार्यकर्ताओं और विरोधियों दोनों में नई हलचल पैदा कर दी है।