वांगचुक की चेतावनी, लद्दाख को हक न मिला तो फिर अनशन पर बैठेंगे

नई दिल्‍ली। क्लाइमेट एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक (Sonam Wangchuk) ने सरकार की बेरुखी से नाराज होकर एक बार फिर से आंदोलन करने का ऐलान किया है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार लद्दाख के अधिकारियों को केंद्र शासित प्रदेश के लिए राज्य का दर्जा और संवैधानिक संरक्षण की मांगों पर बातचीत के लिए आमंत्रित नहीं करती है तो वह स्वतंत्रता दिवस से 28 दिवसीय अनशन शुरू करेंगे.

वांगचुक ने कहा कि शीर्ष निकाय लेह (एबीएल) और लद्दाख के करगिल लोकतांत्रिक गठबंधन (केडीए) ने पिछले सप्ताह करगिल विजय दिवस की 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर द्रास के दौरे के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को मांगों का एक ज्ञापन सौंपा था.
उन्होंने कहा कि हम चुनाव के दौरान सरकार पर ज्यादा दबाव नहीं डालना चाहते थे, हमें उम्मीद थी कि नयी सरकार कुछ ठोस कदम उठाएगी. अगर वे हमारी मांगों पर गौर नहीं करते और हमें बातचीत के लिए नहीं बुलाते हैं तो हम 15 अगस्त से एक बार फिर विरोध-प्रदर्शन शुरू करेंगे.

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