West Bengal: ममता बनर्जी ने डॉक्‍टरों की 99 पर्सेंट मांगे मानी, फिर भी क्यों डटे हैं प्रदर्शनकारी

कोलकाता । कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में डॉक्टर के साथ रेप और मर्डर की वीभत्स घटना को लेकर अब भी चिकित्सकों में गुस्सा बना हुआ है। सीएम ममता बनर्जी ने अपने आवास पर सोमवार को डॉक्टरों के साथ मीटिंग की थी। यह 5वें राउंड की बातचीत थी और उसके बाद उन्होंने कहा कि हमने डॉक्टरों की 99 फीसदी मांगें मान ली हैं। इसके बाद भी डॉक्टरों का आज प्रदर्शन जारी रहेगा। डॉक्टरों का यह रुख बंगाल सरकार के लिए चिंता का सबब है, जो लगातार इस कोशिश में है कि उन्हें राजी कर लिया जाए और वे काम पर वापस लौट जाएं।

कार्रवाई के बाद भी डॉक्‍टरों का प्रदर्शन जारी रहेगा

सीएम ममता बनर्जी ने ऐलान किया कि कोलकाता के पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल, स्वास्थ्य सेवाओं के निदेशक और मेडिकल एजुकेशन के निदेशक को पद से हटाया जाएगा। इसके बाद भी डॉक्टरों का प्रदर्शन जारी रहेगा। चिकित्सकों का कहना है कि वे मंगलवार को भी विरोध प्रदर्शन करेंगे। सूत्रों का कहना है कि डॉक्टरों की नजर आज ही होने वाली सुप्रीम कोर्ट की सुनवाई पर है। उन्हें लगता है कि यदि अदालत से उनके हित में कोई फैसला आता है, तभी वे वापस काम पर लौटेंगे। इसके अलावा मुख्य सचिव को भी वे हटाना चाहते हैं।

डॉक्टरों की हमने 99 फीसदी मांगों को स्वीकार किया

बंगाल की सीएम ने डॉक्टरों के साथ लंबी चली बातचीत के बाद बताया था, ‘कोलकाता के पुलिस कमिश्नर विनीत गोयल और नॉर्थ डिविजन के डिप्टी कमिश्नर अभिषेक गुप्ता का ट्रांसफर किया जाएगा। डॉक्टरों ने दावा किया था कि गोयल ने उनसे कहा था कि वह पद से इस्तीफा देना चाहते हैं क्योंकि हमारा उनके ऊपर विश्वास नहीं है। इसलिए हमने उनकी मांग को स्वीकार कर लिया है और उनका ट्रांसफर कर दिया है।’ ममता दीदी ने दावा किया कि डॉक्टरों के साथ अच्छी बातचीत हुई है और हमने उनकी 99 फीसदी मांगों को स्वीकार कर लिया है।

आप लोगों को अब काम पर वापस लौट जाना चाहिए

बनर्जी ने कहा कि मंगलवार को शाम 4 बजे तक कोलकाता के नए पुलिस कमिश्नर के नाम का ऐलान किया जाएगा। ममता बनर्जी ने कहा कि आप लोगों को अब काम पर वापस लौट जाना चाहिए। उनके खिलाफ कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई नहीं की जाएगी। मैं उनसे अपील करूंगा कि वे काम पर लौट जाएं क्योंकि आम लोगों को परेशानी हो रही है। वहीं डॉक्टरों का कहना है कि हम सुप्रीम कोर्ट के फैसले का इंतजार करेंगे। इसके अलावा उनकी ओर से मुख्य सचिव को भी हटाने की मांग की गई है।

बता दें कि सोमवार शाम को करीब 6 बजे 42 डॉक्टरों का डेलिगेशन ममता बनर्जी के आवास पर पहुंचा था। इस मीटिंग के दौरान डॉक्टरों ने अपनी उस मांग से पीछे हटने पर सहमति जताई थी, जिसमें कहा जा रहा था कि बैठक की लाइव स्ट्रीमिंग होनी चाहिए। गौरतलब है कि इस केस में सीबीआई फुल ऐक्शन में है। टीएमसी के कई नेताओं से भी एजेंसी पूछताछ कर रही है।