गाजा को फिर से बसाना नहीं चाहता इजरायल, नेतन्याहू बोले- फिलिस्तीनी हमारे साथ शांति से रहना सीखें
वॉशिंगटन । इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने बुधवार को अमेरिकी कांग्रेस में अपने भाषण के दौरान संघर्ष के बाद गाजा के लिए एक अस्पष्ट दृष्टिकोण प्रस्तुत किया। नेतन्याहू ने कहा, ‘हमास को हराने के अगले दिन, एक नया गाजा उभर सकता है। उस दिन के लिए मेरा दृष्टिकोण विसैन्यीकृत और कट्टरपंथ से मुक्त गाजा का है।’
उन्होंने कांग्रेस की एक संयुक्त बैठक में कहा, ‘इजरायल गाजा को फिर से बसाना नहीं चाहता है। लेकिन निकट भवष्यि के लिए, हमें आतंक के पुनरुत्थान को रोकने के लिए वहां सुरक्षा नियंत्रण बरकरार रखना होगा, ताकि यह सुनश्चिति किया सके कि गाजा फिर कभी इजरायल के लिए खतरा उत्पन्न न करे।’ उन्होंने कहा, ‘फिलिस्तीनियों की नई पीढ़ी को अब यहूदियों से नफरत नहीं करना चाहिए बल्कि हमारे साथ शांति से रहना सिखना चाहिए।’
सदन और सीनेट के लगभग 70 सांसदों ने नेतन्याहू के भाषण का बहिष्कार किया। सबसे उल्लेखनीय यह है कि अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस अनुपस्थित रहीं, जो सीनेट के अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं। अमेरिकी कैपिटल के बाहर और वॉशिंगटन के यूनियन स्टेशन पर, नेतन्याहू की अमेरिका यात्रा के विरोध में सैकड़ों प्रदर्शनकारी एकत्रित हुए और वाशिंगटन से इजरायल को सैन्य सहायता बंद करने की मांग की।
गाजा में इजरायल-हमास युद्ध अपने 10वें महीने में प्रवेश कर चुका है, जिसमें कम से कम 39,090 फिलस्तिीनी मारे गए हैं और 90,147 अन्य घायल हुए हैं। इजरायल और हमास कई दौर की बातचीत के बाद पूर्ण युद्धविराम समझौते और बंधकों की रिहाई के समझौते पर पहुंचने में विफल रहे हैं।
निकट पूर्व में फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र राहत एवं कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) ने बुधवार को कहा कि गाजा पट्टी में लोग निरंतर विस्थापन और प्रतिकूल स्थितियों में रह-रहकर थक चुके हैं तथा छोटे और भीड़भाड़ वाले इलाकों में फंस गए हैं। संयुक्त राष्ट्र एजेंसी का अनुमान है कि फिलिस्तीनी एन्क्लेव पर इजरायल के युद्ध के कारण गाजा पट्टी से चार करोड़ टन मलबे को साफ करने में 15 वर्ष लगेंगे।