इजरायली सैनिकों का गाजा में युद्ध भी इस्लाम के खिलाफ, भड़का हमास; मुस्लिम देशों से की मांग

नई दिल्‍ली । इजरायली सैनिकों ने गाजा की एक मस्जिद में रखी कुरान की प्रतियां जाला दी। हमास ने इसकी शिकायत अरब और मुस्लिम देशों के संगठनों से की है। साथ ही इस घटना की निंदा की। हमास ने मुस्लिम देशों से इस मुद्दे पर आक्रेश प्रकट करने का आह्वान किया है। हमास ने शनिवार को एक बयान में कहा, “कुरान की प्रतियां जलाना तथा मस्जिदों को अपवित्र करना और नष्ट करना इजरायल के सैनिकों के घृणा से भरे और आपराधिक की पुष्टि करता है। हम इसे बर्दाश्त नहीं कर सकते हैं।”

अल जजीरा अरबी ने इजरायली सैनिकों के कैमरों से प्राप्त फुटेज भी प्रसारित की है। वायरल वीडिये में वे मुस्लिमों के पवित्र ग्रंथ कुरान को फाड़ते और उसे उत्तरी गाजा में बनी सालेह मस्जिद में जलाते हुए दिख रहे हैं। इसी चैनल ने खान यूनिस में ऐतिहासिक ग्रैंड मस्जिद पर बमबारी करते हुए इजरायली ड्रोन से लिया गया एक वीडियो भी प्रकाशित किया है।

गाजा में 610 मस्जिदों और 3 चर्चों को नष्ट किया

गाजा सरकार के मीडिया कार्यालय के अनुसार, इजरायल ने पिछले 10 महीनों में गाजा में 610 मस्जिदों तथा तीन चर्चों को पूरी तरह से नष्ट कर दिया है। शनिवार को हमास ने दुनिया के स्वतंत्र लोगों से फिलिस्तीन में मुस्लिम और ईसाई पवित्र स्थलों की रक्षा करने और गाजा पट्टी के खिलाफ युद्ध को समाप्त करने के लिए कार्य करने का आह्वान किया।

आपको बता दें कि अब तक इजरायली हमले में 40,200 से अधिक फिलिस्तीनी मारे गए हैं। फिलिस्तीन के बड़े हिस्से मलबे में बदल गए हैं।

कुरान की प्रतियों का अपमान

काउंसिल ऑन अमेरिकन-इस्लामिक रिलेशंस ने कहा कि कुरान की प्रतियों का अपमान और गाजा में मस्जिदों को निशाना बनाना साबित करता है कि इजरायल का गाजा में फिलिस्तीनी लोगों पर युद्ध भी इस्लाम के खिलाफ युद्ध है। इस समूह ने संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन से इजरायल के दुर्व्यवहार की निंदा करने का भी आह्वान किया।

CAIR के कार्यकारी निदेशक निहाद अवाद ने एक बयान में कहा, “बिडेन प्रशासन को इस धार्मिक अपमान की निंदा करनी चाहिए और गाजा में नरसंहार और भुखमरी के अपने अभियान को समाप्त करने के लिए इजरायल सरकार को हथियारों के हस्तांतरण को निलंबित करना चाहिए।”

हमले में कम से कम 20 लोग मारे गए

पिछले महीने उत्तरी गाजा में शाति शरणार्थी शिविर में एक नष्ट मस्जिद के पास नमाज पढ़ने के लिए एकत्र हुए लोगों पर इजरायल ने हमला कर दिया था। इस हमले में कम से कम 20 लोग मारे गए थे।

इजरायली सैनिकों पर बार-बार मुस्लिम पवित्र स्थलों को अपमानित करने का आरोप लगाया गया है। पिछले साल दिसंबर में इजरायली सैनिकों ने कब्जे वाले वेस्ट बैंक में जेनिन में एक मस्जिद के मंच से यहूदी प्रार्थनाएं और हनुक्काह गीत पढ़े थे।