Kolkata Doctor Rape Murder:रेप-मर्डर कांड पर पूरी दुनिया का फूटा गुस्सा, 25 देशों प्रदर्शन

कोलकाता । कोलकाता के आरजी कर कॉलेज में डॉक्टर के रेप और मर्डर की घटना पर लोगों का गुस्सा शांत नहीं हुआ है। इस बीच दुनिया के 25 देशों के 130 शहरों में भारतीय समुदाय के लोगों ने इस घटना को लेकर विरोध प्रदर्शन किया है। प्रदर्शनकारियों ने एक सुर में कोलकाता की घटना को लेकर न्याय की मांग की है। जापान, ऑस्ट्रेलिया, ताइवान और सिंगापुर में तमाम बड़े और छोटे समूहों में लोगों ने प्रदर्शन किया। इसके अलावा कई यूरोपीय देशों में भी लोगों ने कोलकाता की घटना पर गुस्से का इजहार किया। केवल अमेरिका में ही 60 जगहों पर विरोध प्रदर्शन हुए। गौरतलब है कि नौ अगस्त को हुए रेप और मर्डर की घटना को लेकर आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई है। मामले में आरोपी संजय रॉय के अलावा आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल को भी गिरफ्तार किया गया है।

विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में काले कपड़े पहने दिखे लोग

स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में हुए एक विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में काले कपड़े पहनकर बड़ी संख्या में महिलाएं सर्गेल्स टॉर्ग चौक जुटीं। इन लोगों ने बंगाली में गाना गाते हुए हाथों में तख्तियां पकड़ रखी थीं। यह सभी अपराध की जवाबदेही तय करने और भारतीय महिलाओं की सुरक्षा की मांग कर रही थीं। दुनिया भर में हुए विरोध प्रदर्शनों की एक आयोजक दीप्ति जैन ने कहा कि ड्यूटी के दौरान एक युवा प्रशिक्षु डॉक्टर पर किए गए इस जघन्य अपराध की खबर ने हम सभी को स्तब्ध कर दिया है। यह इंसानियत के प्रति बहुत बड़ी क्रूरता है। दीप्ति जैन कलकत्ता नेशनल मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल की पूर्व छात्रा हैं और फिर ब्रिटिश नागरिक हैं। उन्होंने पिछले महीने ब्रिटेन में भी महिला डॉक्टरों के साथ एक विरोध प्रदर्शन आयोजित किया था।

युवाओं और वृद्धों समेत प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरे

गौरतलब है कि कोलकाता सहित पश्चिम बंगाल के कई शहरों एवं कस्बों में आरजी कर अस्पताल में महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और उसकी हत्या की घटना के संबंध में रविवार रात न्याय की मांग करने वाले नारे गूंजे। आरजी कर अस्पताल में एक महिला प्रशिक्षु चिकित्सक से बलात्कार और उसकी हत्या की घटना के विरोध में महिलाओं एवं पुरुषों, युवाओं और वृद्धों समेत प्रदर्शनकारी सड़कों पर उतरे, उन्होंने मानव श्रृंखला बनाई, सड़कों पर भित्तिचित्र बनाए, जलती हुई मशालें लेकर राष्ट्रगान गाया। कई लोगों ने तिरंगा लहराया। नागरिक समाज ने राज्य भर में गैर-राजनीतिक रैलियों में विरोध दर्ज कराने के लिए केवल तिरंगा फहराने की अनुमति दी है।