मोरक्को में भारतीय समुदाय से मिले राजनाथ सिंह, बोले- दुनिया में बढ़ रहा भारत का सम्मान

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रबात (मोरक्को)। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Defence Minister Rajnath Singh) दो दिवसीय मोरक्को (Morocco) दौरे पर हैं। इस दौरान रबात में उन्होंने भारतीय समुदाय (Indian Community) के लोगों से मुलाकात भी की। राजनाथ सिंह ने अपने संबोधन में कहा, हमारा भारत के प्रति समर्पण, स्नेह और प्रेम स्वाभाविक है। हम दुनिया में कहीं भी रहें, यह नहीं भूलना चाहिए कि हम भारतीय हैं। भारतीय होने के नाते हमारी जिम्मेदारियां भी दूसरों से अलग होती हैं। अगर हम मोरक्कों में अपनी रोजी-रोटी कमा रहे हैं अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहे हैं, तो मोरक्को के साथ कोई बेईमानी नहीं होनी चाहिए, यही भारत का स्वभाव है।

‘भारत कुछ कहता है तो ध्यान से सुनती है दुनिया’
उन्होंने कहा, मुझे यह देखकर खुशी हो रही है कि आप सभी भार की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर बढ़ती प्रतिष्ठा को महसूस कर पा रहे हैं। पहले जब भारत अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कुछ कहता था, तो उसे गंभीरता से नहीं लिया जाता था। लेकिन आज भारत कुछ कहता है, तो पूरी दुनिया ध्यान देती है और सुनती है। पहले ऐसा नहीं था। तमाम वैश्विक और भू-राजनीतिक चुनौतियों के बावजूद भारत आज दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में से एक है।

‘स्टार्टअप्स और नवाचार का वैश्विक केंद्र बन रहा भारत’
राजनाथ सिंह ने कहा, भारत स्टार्टअप्स और नवाचारों का एक वैश्विक केंद्र बनता जा रहा है। 2014 में केवल 500 स्टार्टअप थे और आज यह संख्या बढ़कर 1.60 लाख हो गई है। 2014 में जहां केवल 18 यूनिकॉर्न थे, आज उनकी संख्या बढ़कर 118 हो गई है।

ऑपरेशन सिंदूर पर रक्षा मंत्री ने क्या कहा?
रक्षा मंत्री ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकी ठिकानों के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा, क्या पार्ट-2 या पार्ट-3 होगा, यह कहना मुश्किल है। यह पाकिस्तान के व्यवहार पर निर्भर करता है। अगर वह आतंकवादी गतिविधियों में लिप्त रहता है, तो उसे जवाब मिलेगा। पहलगाम में हमारे 26 लोग मारे गए थे। इससे पहले उनसे उनका धर्म पूछा गया था। मैंने 23 अप्रैल को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस), तीनों सेनाओं के प्रमुखों और रक्षा सचिव के साथ बैठक में पहला सवाल पूछा था कि अगर सरकार ऐसा फैसला लेती है तो क्या वे इस ऑपरेशन के लिए तैयार हैं। इसके बाद हमने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से संपर्क किया। उन्होंने हमें आगे बढ़ने की पूरी छूट दी। आपने देखा होगा उसके बाद क्या हुआ। सीमा पर नहीं, हमने उनके अंदर सौ किलोमीटर तक आंतक के ठिकाने नष्ट कर दिए। जैश-ए-मोहम्मद के एक शीर्ष आतंकवादी ने कहा कि भारत के हमले में मसूद अजहर का परिवार बिखर गया। फिर पाकिस्तान ने युद्धविराम की मांग की और हम सहमत हो गए।

उन्होंने आगे कहा, हम अच्छे संबंध चाहते हैं, क्योंकि अटल बिहारी वाजपेयी कहा करते थे कि दोस्त बदल सकते हैं लेकिन पड़ोसी नहीं। हम उन्हें सही रास्ते पर लाने की कोशिश कर रहे हैं। प्रधानमंत्री भी कह चुके हैं कि यह एक विराम है। ऑपरेश सिंदूर केवल रोका गया है। इसे फिर से शुरू किया जा सकता है।

‘आतंकियों ने धर्म पूछकर लोगों को मारा, हमने कर्म देखकर मारा’
उन्होंने आगे कहा, आतंकी यहां आए और हमारे नागरिकों को उनका धर्म पूछकर मार डाला। लेकिन हमने किसी का धर्म देखकर नहीं, उनका कर्म देखकर मारा है।

‘पीओके से मांग उठनी शुरू हो गई’
रक्षा मंत्री ने कहा, पीओके खुद हमारे पास आएगा। पीओके में मांग उठनी शुरू हो गई है। आपने नारेबाजी सुनी होगी। पांच साल पहले मैं कश्मीर घाटी में एक कार्यक्रम के दौरान भारतीय सेना को संबोधित कर रहा था, तब मैंने कहा था कि हम पीओके पर हमला करके उसे कब्जे में लेने की जरूरत नहीं पड़ेगी, वह तो वैसे भी हमारा है। खुद पीओके कहेगा- मैं भी भारत हूं। वह दिन जरूर आएगा।