मुस्लिम छात्र कर रहे हिंदू मंदिरों की हिफाजत, बांग्लादेश में हिंसा के बीच अनौखी पहल

ढाका । बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शनों के बीच हिंदू मंदिर निशाने पर हैं। इस बीच वहां के कुछ छात्रों ने एक अनोखी मुहिम शुरू की है। यह लोग टोली बनाकर बारी-बारी से मंदिरों की रक्षा कर रहे हैं, ताकि मुस्लिम प्रदर्शनकारी इसे निशाना न बना सकें। गौरतलब है कि नरसिंगदी जिले के कांदीपारा गांव में काली मंदिर पर हमला हुआ है। रात के तीन बजे ढाका के ढाकेश्वरी हिंदू मंदिर की पहरेदारी करते हुए छात्रों के विजुअल्स सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे हैं। बांग्लादेश में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन चल रहे हैं। प्रधानमंत्री शेख हसीना देश छोड़कर जा चुकी हैं और सेना ने मोर्चा संभाल लिया है, जिसने अंतरिम सरकार बनाने का ऐलान कर दिया है।

मुस्लिम धर्मगुरु भी खुद ही मंदिरों की हिफाजत में लगे

बांग्लादेश के मुस्लिम धर्मगुरु भी खुद ही मंदिरों की हिफाजत में लगे हुए हैं। इसके अलावा हिंदू इलाकों में सेना भी तैनात की गई है। सेना यहां पर हिंदुओं की मुसलमानों से हिफाजत कर रही है। बांग्लादेश में देशव्यापी आंदोलन के समन्वयकों ने सोमवार को छात्रों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि प्रधानमंत्री शेख हसीना के पद से हटने के बाद देश में पैदा हुई स्थिति में किसी को भी ‘लूट’ का मौका न मिले। इसके साथ ही समन्वयकों ने छात्रों से वांछित लक्ष्य हासिल होने तक शांतिपूर्ण तरीके से विरोध करने का आग्रह किया। आंदोलन के समन्वयकर्ताओं में से एक नाहिद इस्लाम ने छात्रों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि वर्तमान स्थिति में किसी को भी ‘लूट’ का अवसर न मिले।

छात्रों से वाछित लक्ष्‍य प्राप्‍त तक शांतिपूर्वक सड़कों पर बैठने की अपील

इस्लाम ने एक बांग्ला समाचार चैनल के साथ बातचीत में कहा कि हमें अपनी राष्ट्रीय संपत्ति की रक्षा करनी है। इस अवसर पर किसी को भी लूटने का मौका नहीं मिलना चाहिए। उन्होंने छात्रों से वांछित लक्ष्य प्राप्त होने तक शांतिपूर्वक सड़कों पर बैठने की अपील करते हुए कहा कि उनके आंदोलन का उद्देश्य अन्य बातों के अलावा दमनकारी व्यवस्था में सुधार करना है। ढाका में, बांग्लादेश के सेना प्रमुख जनरल वकार-उज-जमां ने कहा कि हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है और एक अंतरिम सरकार कार्यभार संभालने जा रही है। पिछले दो दिनों में, हसीना सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शनों में बड़ी संख्या में लोग लोग मारे गए हैं।