नेपाल को भारत से विद्युत व्यापार समझौते का मिल रहा भरपूर लाभ, हो रही अरबों रुपए की कमाई
-हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार में आयात हो रही बिजली
काठमांडू । नेपाल और भारत के बीच हुए विद्युत व्यापार समझौते का अधिकतम लाभ नेपाल को मिल रहा है। इस समय नेपाल की तरफ से रिकार्ड 800 मेगावाट बिजली का निर्यात किया जा रहा है जिससे नेपाल को अरबों रुपए की कमाई हो रही है। नेपाल विद्युत प्राधिकरण की तरफ से इस समय दैनिक रूप से भारत को 800 मेगावाट से अधिक बिजली बेची जा रही है। शनिवार को अब तक का सर्वाधिक 810 मेगावाट बिजली बेचने की जानकारी दी गई है। प्राधिकरण के कार्यकारी निदेशक कुलमान घिसिंग ने इस बिजली व्यापार पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि नेपाल के अर्थतंत्र में विद्युत व्यापार का सबसे अहम योगदान हो रहा है।
कार्यकारी निदेशक घिसिंग ने कहा कि पिछले एक हफ्ते में नेपाल से 780 मेगावाट से लेकर 810 मेगावाट तक की बिजली निर्यात की गई है। पिछले तीन दिन से यानी गुरुवार से बिजली निर्यात का आंकडा 800 मेगावाट के पार हो रहा है। कुलमान घिसिंग के मुताबिक इस समय भारत के विद्युत व्यापार निगम से 1000 मेगावाट बिजली निर्यात की अनुमति अभी मिली हुई है और 190 मेगावाट बिजली निर्यात के लिए स्वीकृति मिलने की बात अन्तिम चरण में है।
पिछले वर्ष इसी महीने में अधिकतम 600 मेगावाट बिजली का निर्यात किया गया था। बीच में गर्मी के महीने में बिजली का निर्यात कम हो गया था लेकिन मॉनसून आने के बाद बिजली का उत्पादन बढ़ने के कारण इस समय रिकार्ड मात्रा में बिजली का निर्यात किया जा रहा है। आने वाले दिनों में इसके 1000 मेगावाट तक पहुंचने की पूरी संभावना है।
नेपाल की तरफ से भारत के केन्द्रीय पिरसारण लाईन में करीब 190 मेगावाट बिजली निर्यात किया जा रहा है जिसकी कीमत 5.25 (नेपाली 8.40) रुपए प्रति युनिट रखा गया है। जबकि बाकी बिजली भारत के इनर्जी एक्सचेंज में डे अहेड के प्रतिष्पर्द्धा के आधार पर 6 रुपए ( 9.40 रूपए नेपाली) प्रति युनिट बिक्री की जा रही है। भारत में हरियाणा, उत्तर प्रदेश और बिहार की तरफ से नेपाल से बिजली की खरीद की जा रही है।