नेपाल ने नदी में गिरी दो बसों और शव ढूंढने के लिए भारत से लगाई मदद की गुहार, अब तक 11 के मिले शव
काठमांडू । नेपाल ने पिछले सप्ताह नदी में गिरी दो बसों और यात्रियों को खोजने के लिए भारत से मदद करने की गुहार लगाई है। नेपाल सरकार ने भारत सरकार को पत्र लिख कर तकनीकी रूप से सहयोग का आग्रह किया है। नेपाल में नई सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में त्रिवेणी बस दुर्घटना पर चिंता व्यक्त की गई। बैठक में भारत सरकार से औपचारिक आग्रह पत्र भेजने का फैसला किया गया। देश के गृहमंत्री रमेश लेखक ने बताया कि भारत से डिजास्टर मैनेजमेंट टीम को नेपाल भेजने का आग्रह किया जाएगा।
काठमांडू स्थित भारतीय दूतावास की सूचना अधिकारी गीतांजलि ने कहा है कि दुर्घटना के बाद से ही दूतावास नियमित रूप से नेपाल सरकार के संबंधित मंत्रालय और अधिकारियों से संपर्क में हैं। उन्होंने कहा कि नेपाल सरकार के मौखिक आग्रह के बाद से ही दिल्ली की डिजास्टर मैनेजमेंट की टीम को स्टैंडबाई पर रखा गया है। नेपाल सरकार ने निर्णय किया है तो जल्द ही भारत की टेक्निकल रेस्क्यू टीम यहां पहुंच कर अपना काम शुरू कर देगी।
65 यात्रियों में से 11 के शव बरामद
उल्लेखनीय है कि पिछले हफ्ते शुक्रवार को उफनाई त्रिवेणी नदी में गिरी दो बसों के 65 यात्रियों की तलाश में जुटी रेस्क्यू टीम अब तक 11 शव बरामद कर चुकी है। अधिकारियों का कहना है कि यह नारायणी और गण्डकी नदी के आसपास बरामद हुए हैं। रेस्क्यू टीम सोमवार तक 11 शव खोज पाई है। रेस्क्यू टीम की मॉनिटरिंग कर रहे चितवन के जिलाधिकारी इन्द्रदेव यादव ने कहा कि सोमवार अपराह्न तीन बजे तक 11 शव बरामद किए गए। इनमें से अधिकांश की पहचान हो चुकी है। पोस्टमार्टम कराने के बाद परिजनों को शव सौंपे जा रहे हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन का नेतृत्व सशस्त्र प्रहरी बल के डीआईजी पुरुषोत्तम थापा कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि वाटर ड्रोन कैमरे, सोनार कैमरे और बड़े आकार के चुंबकों की की सहायता से गोताखोर बाकी लापता यात्रियों की तलाश कर रहे हैं।