पाकिस्तान : सिख महिला को 9 महीने तक बंधक बनाकर किया सामूहिक दुष्कर्म, बेटे का भी किया अपहरण
पेशावर । पाकिस्तान के फैसलाबाद जिले में एक सिख महिला को 9 महीने तक बंधक बनाकर सामूहिक दुष्कर्म किए जाने का दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है। पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि महिला और उसके नाबालिग बेटे को सुरक्षित मुक्त करा लिया गया है और इस मामले में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। घटना लाहौर से करीब 130 किलोमीटर दूर पंजाब के फैसलाबाद जिले में हुई। पीड़िता तलाकशुदा सिख महिला है और वह अपने बेटे के साथ अकेली रहती थी। कुछ साल पहले, पीड़िता की एक दोस्त, साइमा, ने उसे खुर्शीद शाहजाद नामक व्यक्ति से मिलवाया था। साइमा ने यह परिचय अपने हितों के लिए कराया था, जो आगे चलकर इस भयावह घटना का कारण बना।
खुर्शीद शाहजाद और उसके भाई किजर शाहजाद ने पीड़िता को जबरदस्ती बंधक बना लिया और उसे उनके घर में कैद कर लिया। इस दौरान, वे उसे नियमित रूप से धमकाते रहे और बार-बार उसके साथ दुष्कर्म करते रहे। महिला को इस अवैध कैद से बचने का कोई मौका नहीं दिया गया। आरोपियों ने उसके नाबालिग बेटे का अपहरण भी कर लिया और उसे अपनी मर्जी से काम करने के लिए मजबूर किया। आरोपियों ने पीड़िता के बेटे को ननकाना साहिब से फैसलाबाद आने के लिए मजबूर किया। उन्होंने बच्चे को बहाना बनाकर बुलाया कि उसकी बुआ के घर जाना है। लेकिन फैसलाबाद पहुंचने पर, आरोपियों ने बच्चे को बंधक बना लिया और पीड़िता को अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर किया।
पीड़िता के रिश्तेदारों ने पुलिस से संपर्क किया और पूरी घटना की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। 14 अगस्त को पुलिस ने आरोपियों के घर पर छापा मारा और वहां से महिला और उसके बेटे को सुरक्षित बाहर निकाल लिया। पुलिस ने खुर्शीद शाहजाद और किजर शाहजाद को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों आरोपियों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जा रही है। पुलिस ने बताया कि मामला बहुत गंभीर है और पीड़िता को न्याय दिलाने के लिए हर संभव कदम उठाए जाएंगे। घटना सामने आने के बाद सिख समुदाय में गुस्से की लहर दौड़ गई है। लोगों ने आरोपियों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की है। इस घटना ने एक बार फिर पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं।