बेरोजगारी और आर्थिक विकास की कमी के कारण न्यूजीलैंड से पलायन करने लगे लोग
जालंधर । बेरोजगारी और आर्थिक विकास की कमी के कारण अब न्यूज़ीलैंड से वहां के नागरिक और प्रवासी पलायल करने लगे हैं। स्टैटिस्टिक्स न्यूजीलैंड द्वारा जारी किए गए डाटा से पता चला है कि जून 2024 तक 131,200 लोग न्यूज़ीलैंड छोड़ चुके हैं, जो कि किसी भी वार्षिक अवधि के लिए एक रिकॉर्ड संख्या है। डाटा से पता चलता है कि देश छोड़ने वालों में से 80,174 नागरिक हैं, जो कि कोविड-19 महामारी से पहले पलायन करने वालों की संख्या से लगभग दोगुना हैं। एक अन्य रिपोर्ट के मुताबिक पलायन करने वाले ज्यादतर लोग आस्ट्रेलिया की ओर रुख कर रहे हैं।
ऊंची ब्याज दरें भी बनी पलायन का कारण
रिपोर्ट में कहा गया है कि न्यूजीलैंड की अर्थव्यवस्था संघर्ष कर रही है, क्योंकि केंद्रीय बैंक ने 1999 में आधिकारिक नकद दर शुरू किए जाने के बाद से अब तक की सबसे आक्रामक नकद दरों में 521 आधार अंकों की वृद्धि की है। ब्याज दरें ऊंची बनी रहने के कारण भी लोगों ने देश छोड़ने का निर्णय लिया है।
स्टैट्स एनजेड के अनुसार, मार्च 2024 की तिमाही में न्यूज़ीलैंड में बेरोज़गार व्यक्तियों की संख्या 31,000 बढ़ गई थी, जिससे बेरोजगारी दर 4.3% हो गई। बताया जा रहा है कि यह बेरोजगारी दर पिछली तिमाही के 4 प्रतिशत से ऊपर है। यह मार्च 2023 की तिमाही के 3.4% से 0.9 प्रतिशत अधिक है।
युवा पेशेवरों और स्नातकों ने भी छोड़ा देशस्टैट्स एनजेड ने ऑस्ट्रेलिया के साथ प्रवास पर अनंतिम डाटा भी जारी किया था। इसने दिखाया कि सितंबर 2023 तक के वर्ष में न्यूजीलैंड के 53% नागरिक ऑस्ट्रेलिया चले गए। हाल के वर्षों में न्यूजीलैंड से युवा पेशेवरों और स्नातकों ने उच्च जीवन लागत और चल रही नौकरी की कमी के कारण देश छोड़ने की सूचना दी है। कई युवा न्यूजीलैंडवासियों के लिए स्कूल या उच्च शिक्षा पूरी करने के बाद विदेश जाना एक संस्कार माना जाता है। स्टैट्स एनजेड न्यूजीलैंडवासियों से इस बारे में विशिष्ट डाटा एकत्र नहीं करता है कि वे क्यों जा रहे हैं, लेकिन कहा कि यह समग्र रुझानों को देख सकता है।
ऑस्ट्रेलिया जाने की क्या है वजह
इन्फोमेट्रिक्स के प्रमुख अर्थशास्त्री ब्रैड ओल्सन ने अपने एक बयान में कहा था ज्यादातर न्यूजीलैंडवासी ऑस्ट्रेलिया जा रहे हैं, जो बताता है कि बड़ी संख्या में लोग और परिवार अवसरों की तलाश कर रहे हैं। ऑस्ट्रेलियाई नियोक्ता अक्सर उच्च वेतन और बेहतर कार्य स्थितियों के प्रस्तावों के साथ न्यूजीलैंड के श्रमिकों की भर्ती करने का प्रयास करते हैं। ओल्सन ने कहा कि न्यूजीलैंड के लोगों का देश छोड़ना सामान्य बात है, लेकिन अगर आवास का सामर्थ्य और नौकरी के मुद्दे जारी रहते हैं, तो लोगों को वापस लौटने के लिए राजी करना कठिन होगा।