टिकटॉक पर अब अमेरिका का अधिकार…. चीन के साथ हुई ऐतिहासिक डील

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वाशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (American President Donald Trump) ने गुरुवार को अमेरिका (America) में चीनी सोशल मीडिया प्लेटफार्म टिकटॉक (Chinese social media platform TikTok) के भविष्य को पक्का कर दिया है। इस प्लेटफार्म के सौदे के लिए कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर करते ही दोनों देशों के बीच में यह सौदा पक्का हो गया है। इसके साथ ही महीनों से चली आ रही अनिश्चितता का भी अंत हो गया है। अब अमेरिका में इस सोशल मीडिया एप को चलाने की जिम्मेदारी अमेरिकी निवेशकों की होगी और इसके अमेरिकी वर्जन पर हक भी अमेरिका का ही होगा। इस ऐतिहासिक डील पर साइन करने के बाद ट्रंप ने कहा हमारे युवा लोग यह चाहते हैं, यह हमारे युवाओं के लिए है।

वाइट हाउस में इस 14 मिलियन की खरीद के कार्यकारी आदेश पर साइन करते हुए ट्रंप ने कहा, “यह बहुत दिलचस्प है क्योंकि मैंने राष्ट्रपति शी के साथ इस मुद्दे को लेकर बहुत अच्छी बातचीत की थी। मेरे मन में उनको लेकर बहुत सम्मान है। उम्मीद है कि वह भी मेरा बहुत सम्मान करते होंगे। हमने टिकटॉक के बारे में बात की और उन्होंने हमें हरी झंडी दे दी। आप जानते हैं, यह अमेरिकी निवेशकों और अमेरिकी कंपनियों द्वारा चलाया जाएगा। महान निवेशकों द्वारा… हमारे युवा लोग भी यही चाहते थे। यह उनके लिए है। हमारे पास अमेरिकी निवेशक हैं, जो इसे संभाल रहे हैं। इनमें लैरी एलिसन और ओरेकल शामिल है। मुझे लगता है सुरक्षा और बाकी सभी चीजों में यह डील बड़ी भूमिका निभाएगी।”

गौरतलब है कि टिकटॉक को लेकर अमेरिका और चीन के बीच में विवाद बाइडन के समय से ही शुरू हो गया था। बाइडन ने टिकटॉक का मालिकाना हक रखने वाली कंपनी बाइटडांस को आदेश जारी कर दिया था कि या तो वह अमेरिका में कंपनी का मालिकाना हक किसी अमेरिकी कंपनी को बेच दें या फिर वह पूरे अमेरिका में इस पर बैन लगा देंगे। हालांकि ट्रंप के सत्ता में आने के बाद उन्होंने लगातार इस डील को लेकर बाइट डांस को छूट देना जारी रखा। ट्रंप ने लगातार इस बात की पुष्टि की कि वह कंपनी के संपर्क में हैं और उसको किसी अमेरिका कंपनी द्वारा खरीदे जाने की डील फाइनल कर रहे हैं। गुरुवार को ट्रंप ने कार्यकारी आदेश पर साइन करके इस डील को फाइनल कर दिया है।

नई डील में क्या?
वर्तमान में टिकटॉक पर मालिकाना हक फिलहाल चीनी कंपनी बाइटडांस का ही है। हालांकि इस डील के बाद अमेरिका में इस प्लेटफार्म का एक बड़ा शेयर अमेरिकी निवेशकों के बाद चला जाएगा, जबकि इसके मालिकाना हक वाली बाइट डांस के पास इसके केवल 20 फीसदी शेयर रह जाएंगे। ट्रंप प्रशासन द्वारा इसके लिए अमेरिकी निवेशकों का एक ग्रुप तैयार किया गया है। इसमें ओरेकल, सिल्वर लेक शामिल हैं। इसके अलावा इस ऐप के अमेरिकी वर्जन के बोर्ड में बाइट डांस का केवल एक सदस्य होगा लेकिन सुरक्षा और सरकार से संबंधित फैसलों में वह भी मीटिंग से बाहर कर दिया जाएगा।

टिकटॉक के मालिकाना हक की लड़ाई क्यों?
दरअसल, चीनी एप पर लगातार डाटा चोरी और युवाओं को इन्फ्लुएंस करने का आरोप लगता रहा है। भारत सरकार ने भी चीनी एप को यही आरोप लगातार बैन कर दिया था। अमेरिका की तरफ से भी ऐसी ही शुरुआत करने की कोशिश की गई थी, लेकिन अब चीन सरकार इस फैसले पर सहमत हो गई है, तो अब यह एप अमेरिकी लोगों के बीच मौजूद रहेगा।

शुरुआत में चीन सरकार ने अमेरिका में इसका मालिकाना हक मांग रही अमेरिकी सरकार के इस कदम को पूरी तरह से गलत बताया था। लेकिन सख्त रवैए को देखते हुए चीनी सरकार ने कदम पीछे खींच लिए हैं। यह डील अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप के लिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि वह कई बार कह चुके हैं कि टिकटॉक ने उनके चुनावी अभियान को बढ़ाने में काफी मदद की है। हालांकि विशेषज्ञों का मानना है कि चीन इस डील के बदले में व्यापारिक डील में कुछ रियायत मांग सकता है।